KNEWS DESK- आज से 25 साल पहले, 13 अगस्त 1999 को बॉलीवुड की एक आइकॉनिक फिल्म ‘ताल’ रिलीज हुई थी| सुभाष घई द्वारा निर्देशित इस फिल्म ने न केवल दर्शकों का दिल जीता, बल्कि इसके गाने भी संगीत प्रेमियों के बीच आज भी खास स्थान रखते हैं| ‘ताल’ का संगीत और इसके गाने, खासकर ‘रमता जोगी’, ‘ताल से ताल मिला’, और ‘इश्क बिना हो’, आज भी लोगों की जुबां पर हैं। इस खास मौके पर, चलिए बताते हैं ‘रमता जोगी’ गाने के पीछे की दिलचस्प कहानी और अनिल कपूर की उस वक्त की यादें|
‘रमता जोगी’ गाने की खासियत
फिल्म ‘ताल’ का गाना ‘रमता जोगी’ अपने अनोखे अंदाज और धुन के लिए खासा लोकप्रिय है। हालांकि, इस गाने की कोरियोग्राफी को लेकर एक दिलचस्प मोड़ आया था| असल में, फराह खान इस गाने को कोरियोग्राफ करने वाली थीं लेकिन जब वह इस काम के लिए उपलब्ध नहीं हो सकीं, तो सरोज खान ने इस चुनौती को स्वीकार किया और गाने की कोरियोग्राफी की| सरोज खान की कोरियोग्राफी ने ‘रमता जोगी’ को एक अलग ही ऊचाई पर पहुंचा दिया और इसे दर्शकों के बीच बहुत सराहा गया|
अनिल कपूर की यादें
अनिल कपूर ने ‘ताल’ के 25 साल पूरे होने पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर कई तस्वीरें और यादें साझा की हैं| उन्होंने बताया कि इस फिल्म में विक्रांत कपूर का किरदार निभाना उनके लिए एक सम्मान की बात थी| अनिल कपूर ने विशेष रूप से ‘रमता जोगी’ गाने की तारीफ की और सरोज खान की भूमिका को सराहा, जिन्होंने गाने की कोरियोग्राफी के माध्यम से इसे एक खास स्थान दिलाया|