KNEWS DESK – फिल्म ‘आदिपुरुष’ की रिलीज के बाद से इसे लेकर कई विवाद उठे हैं। धार्मिक भावनाओं को आहत करने और कहानी के गलत चित्रण को लेकर फिल्म को भारी आलोचना का सामना करना पड़ा। इस फिल्म में माता सीता का किरदार निभाने वाली कृति सेनन ने हाल ही में एक इंटरव्यू में इस असफलता पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
फिल्म की असफलता पर निराशा
कृति सेनन ने फिल्म की असफलता पर खुलकर बात की और कहा कि उन्हें इससे काफी निराशा हुई थी। फिल्मफेयर से बातचीत के दौरान एक्ट्रेस ने बताया, “आपको बेहद दुख होता है और आप ये सोचकर रोते हैं कि आखिर क्या गलत हुआ।” फिल्म की आलोचनाओं और असफलता ने कृति को गहरा दुख पहुंचाया, और उन्होंने इस पर विचार किया कि आखिर क्या चीजें सही ढंग से नहीं हुईं।
ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था
फिल्म के धार्मिक विवादों के बारे में बात करते हुए कृति सेनन ने बताया कि उनका कभी भी किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था। उन्होंने कहा, “इरादा कभी किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है। हर प्रोजेक्ट के पीछे हमेशा अच्छा इरादा होता है। हालांकि, हमें इस रियलिटी का सामना करना चाहिए कि कभी-कभी चीजें ठीक से काम नहीं करती हैं, और इन अनुभवों से सीखना बहुत जरूरी है।”
काम पर फोकस करना और सीखना
कृति सेनन ने इस बात पर जोर दिया कि कई चीजें उनके नियंत्रण में नहीं होतीं। उन्होंने कहा, “एक अभिनेता के रूप में, सबसे अच्छा तरीका है ध्यान केंद्रित रखना, कोशिश करना और अगले प्रोजेक्ट पर फोकस करना। मेरे नियंत्रण से परे कई चीजें हैं, लेकिन मैं ये सुनिश्चित करने का प्रयास करती हूं कि मैं अपनी भूमिका को अपनी क्षमता के अनुसार पूरा करूं।” उनका मानना है कि इस तरह की असफलताओं से सीखना और आगे बढ़ना सबसे महत्वपूर्ण है।
परिवार की आलोचना और ट्रोल्स
कृति सेनन ने यह भी बताया कि उन्हें अपने परिवार से ईमानदार प्रतिक्रिया मिलती है। उन्होंने कहा, “घर पर, साथ में मेरी फिल्में देखने के बाद, हम अगली सुबह चाय पीते हैं, जहां मेरा परिवार मुझे ईमानदारी से रिव्यू देता है कि उन्हें क्या पसंद आया और क्या नहीं।” हालांकि, उन्होंने ट्रोल्स की आलोचनाओं को गंभीरता से न लेने की बात की और कहा कि रचनात्मक आलोचना फायदेमंद होती है, लेकिन इसे खुद पर हावी न होने देना महत्वपूर्ण है।