KNEWS DESK- बॉलीवुड के एकमात्र मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान ने हाल ही में रिया चक्रवर्ती के पॉडकास्ट ‘चैप्टर 2’ में अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ पर खुलकर बातचीत की। उन्होंने अपनी फिल्म इंडस्ट्री की यात्रा, चुनौतियों और अपने काम की असफलताओं पर दिल से बात की, जो उनके फैंस और फिल्म इंडस्ट्री के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं।
आमिर खान का करियर बॉलीवुड में एक मिसाल के तौर पर देखा जाता है। 1988 में फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ से डेब्यू करने वाले आमिर ने अपनी एक्टिंग से दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई है। उनकी फिल्मों ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर सफलता प्राप्त की है, बल्कि उनकी परफॉर्मेंस की गहराई और विविधता ने उन्हें एक अलग पहचान भी दी है। हालांकि, हाल के वर्षों में उनकी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर अपेक्षित सफलता हासिल नहीं की, जिससे उनके फैंस निराश हुए हैं। आमिर ने इन फिल्मों में अपने खुद के अभिनय को खराब मानते हुए खुद को जिम्मेदार ठहराया है।
‘लाल सिंह चड्ढा’ की असफलता का भावनात्मक असर
आमिर खान की मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’, जो कि अमेरिकी फिल्म ‘फॉरेस्ट गंप’ का हिंदी रीमेक थी, बॉक्स ऑफिस पर उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। इस फिल्म के लिए आमिर ने अपने लुक और परफॉर्मेंस में जी-जान से मेहनत की, लेकिन फिल्म की असफलता ने उन्हें गहरा झटका दिया। रिया चक्रवर्ती के पॉडकास्ट में आमिर ने स्वीकार किया, जब लाल सिंह चड्ढा नहीं चली, तो मुझे बहुत बड़ा धक्का लगा। पूरी टीम ने इस प्रोजेक्ट में बहुत मेहनत की थी, फिर भी यह फिल्म फ्लॉप हो गई, जिससे मुझे बहुत निराशा हुई।
‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ पर भी की बात
आमिर ने फिल्म ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ के बारे में भी खुलासा किया, जिसने अपने खराब प्रदर्शन के कारण काफी आलोचनाएं झेली थीं। उन्होंने स्वीकार किया कि फिल्म की कमियों के लिए उनकी टीम जिम्मेदार थी। “जब ठग्स ऑफ हिंदोस्तान बनी थी, तो मुझे भी ठीक नहीं लगी थी। मैंने आदि और विक्टर के साथ चर्चा की थी, लेकिन उन्हें फिल्म पसंद आई। लेकिन यह एक टीम वर्क था, और हम उसमें गलत साबित हो गए|
परफॉर्मेंस स्टैंडर्ड को ऊंचा उठाने का संकल्प
आमिर ने बताया कि इन असफलताओं ने उनके परफॉर्मेंस स्टैंडर्ड को और ऊंचा उठाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा, फिल्मों की असफलता से मैंने बहुत कुछ सीखा है। अगली फिल्म में मैं बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद करता हूं| उन्होंने फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ के बारे में भी बात की, जिसे उन्होंने बहुत पसंद किया और उसे एक शानदार फिल्म माना।
परफेक्शनिस्ट टैग पर आमिर का रिएक्शन
आमिर ने ‘परफेक्शनिस्ट’ के टैग पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि यह टैग मीडिया ने उन्हें दिया है, क्योंकि उनकी फिल्मों ने लंबे समय तक सफलता प्राप्त की। आमिर का मानना है कि वे बारीकियों पर ध्यान देते हैं, लेकिन परफेक्ट जैसी चीजों में दिलचस्पी नहीं रखते। उन्होंने कहा- मैं बारीकियों में यकीन करता हूं| भगवान बारीकियों में ही हैं। जब आप किसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे होते हैं, तो बड़ी चीजें आसानी से नजर आती हैं, लेकिन छोटी-छोटी चीजें अक्सर अनदेखा हो जाती हैं|