डिजिटल डेस्क- बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण से पहले रविवार को बेगूसराय में कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का एक अलग ही रूप देखने को मिला। चुनावी रैली के बाद राहुल गांधी ने स्थानीय मछुआरा समुदाय से मुलाकात की और उनके पारंपरिक कार्य में हिस्सा लेकर सबको चौंका दिया। राहुल गांधी ने न सिर्फ ग्रामीणों से बातचीत की, बल्कि तालाब में उतरकर खुद जाल फेंका और मछलियां पकड़ने की पारंपरिक प्रक्रिया में हिस्सा लिया। राहुल गांधी के साथ इस मौके पर वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी और कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार भी मौजूद थे। तीनों नेताओं ने तालाब में उतरकर स्थानीय मछुआरों के साथ काम किया और उनकी आजीविका से जुड़ी समस्याओं को करीब से समझा। ग्रामीणों ने नेताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया और ‘राहुल गांधी जिंदाबाद’ के नारे लगाए।
मछुआरा समुदाय देश और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़- राहुल गांधी
तालाब में उतरते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मछुआरा समुदाय देश की खाद्य सुरक्षा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि मैं आपके बीच आकर आपकी मेहनत को महसूस कर पा रहा हूं। देश की तरक्की तभी संभव है जब हर मेहनतकश हाथ को सम्मान और सहयोग मिले।” स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने पहले कभी किसी बड़े नेता को इस तरह तालाब में उतरकर उनके साथ काम करते नहीं देखा था। एक ग्रामीण ने कहा, “यह हमारे लिए गर्व की बात है कि राहुल गांधी जैसे नेता ने हमारी परंपरा को अपनाया और हमारे साथ मछली पकड़ी।”
कांग्रेस ने जारी किया वीडियो
कांग्रेस पार्टी ने इस पूरे कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। वीडियो में राहुल गांधी मछुआरों संग तालाब में उतरते और जाल डालते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस ने पोस्ट में लिखा, “नेता विपक्ष राहुल गांधी ने बेगूसराय में मछुआरा साथियों से मुलाकात कर उनके जीवन से जुड़ी चुनौतियों और संघर्षों पर चर्चा की। इस दौरान वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी भी साथ रहे।”