डिजिटल डेस्क- बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को आने वाले हैं, लेकिन उससे पहले राजनीतिक माहौल में गर्मी चरम पर है। दूसरे चरण के मतदान के बाद आए एग्जिट पोल्स ने जहां एनडीए को बढ़त दिखाई है, वहीं महागठबंधन ने इन्हें सिरे से खारिज कर दिया है। इस बीच पटना में जदयू कार्यालय के बाहर एक पोस्टर ने नई सियासी हलचल मचा दी है। इस पोस्टर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बड़ी तस्वीर के साथ लिखा है – टाइगर अभी जिंदा है। पोस्टर जदयू नेता रणजीत सिन्हा द्वारा लगाया गया है, जिसमें नीतीश कुमार को दलित, महादलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा, सवर्ण और अल्पसंख्यक वर्ग का संरक्षक बताया गया है। इसे सीधे तौर पर नीतीश कुमार की मुख्यमंत्री पद की दावेदारी से जोड़कर देखा जा रहा है।
राजद का आरोप- नीतीश कुमार को नहीं बनाया गया सीएम चेहरा
दरअसल, चुनाव प्रचार के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या नीतीश दोबारा सीएम बनेंगे, तो उन्होंने कहा था कि इस पर फैसला चुनाव नतीजों के बाद विधायक दल करेगा। इसी बयान के बाद विपक्ष, खासकर राजद, लगातार यह कहता रहा कि भाजपा ने नीतीश कुमार को सीएम चेहरा नहीं बनाया है।
जदयू नेताओं में सरकार बनने का दिख रहा आत्मविश्वास
हालांकि, भाजपा के नेताओं ने बाद में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि सीएम नीतीश कुमार ही बनेंगे। भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि बिहार की जनता ने विकास के लिए वोट दिया है, जो केवल नरेन्द्र मोदी और नीतीश कुमार के संयुक्त नेतृत्व में संभव है। जदयू नेताओं में भी आत्मविश्वास झलक रहा है। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने दावा किया, “राजग को स्पष्ट बहुमत मिलेगा। हम 65-70 सीटें जीतकर राज्य की नंबर एक पार्टी बनेंगे।”