डिजिटल डेस्क- बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बीच एक नया विवाद खड़ा हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व राज्यसभा सांसद और आरएसएस विचारक राकेश कुमार सिन्हा पर दो राज्यों में वोट डालने का आरोप लगा है। विपक्षी दलों राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग और बीजेपी दोनों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। दरअसल, 6 नवंबर 2025 को राकेश सिन्हा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि अपने पैतृक गांव मनसेरपुर (बेगूसराय) में अपना मतदान किया। यह गांव साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। सिन्हा के इस पोस्ट के सामने आते ही विवाद शुरू हो गया, क्योंकि इसी साल फरवरी में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने मतदान करने की जानकारी सोशल मीडिया पर दी थी। उस वक्त उन्होंने द्वारका विधानसभा क्षेत्र में वोट डाला था। यानी, विपक्ष के अनुसार, राकेश सिन्हा ने एक ही वर्ष में दो अलग-अलग राज्यों में मतदान किया, जो चुनाव आचार संहिता और मतदान नियमों के तहत एक गंभीर अपराध है।
कांग्रेस ने साधा चुनाव आयोग पर निशाना
मामले के तूल पकड़ते ही कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेते ने एक्स पर लिखा कि BJP नेता राकेश सिन्हा ने फरवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोट डाला और अब बिहार में भी वोट कर लिया। यह कौन सी योजना है? वहीं, दिल्ली आप नेता सौरभ भारद्वाज ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आरएसएस के विचारक और बीजेपी के पूर्व सांसद खुलेआम दो जगह वोट डाल रहे हैं। यह बीजेपी का नया ‘डबल वोट मॉडल’ है।
आम आदमी पार्टी ने की चुनाव आयोग से जांच करने की मांग
भारद्वाज ने आगे कहा कि राकेश सिन्हा दिल्ली यूनिवर्सिटी के मोतीलाल नेहरू कॉलेज में प्रोफेसर हैं, ऐसे में वे बिहार में स्थायी रूप से निवास करने का दावा नहीं कर सकते। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की कि इस मामले में तत्काल जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो। वहीं, अब तक न तो राकेश सिन्हा और न ही चुनाव आयोग ने इस विवाद पर कोई प्रतिक्रिया दी है। हालांकि, आरजेडी ने कहा है कि अगर यह आरोप सच है, तो यह लोकतंत्र की बुनियाद पर सीधा हमला है।