शिव शंकर सविता- लोकप्रिय लोकगायिका मैथिली ठाकुर अब औपचारिक रूप से राजनीति के मैदान में उतर चुकी हैं। उन्होंने सोमवार को पटना स्थित बीजेपी कार्यालय में आयोजित एक विशेष मिलन समारोह में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। मैथिली के साथ कई अन्य लोगों ने भी बीजेपी का दामन थामा। बीते कुछ समय से उनके राजनीति में आने की चर्चाएं जोरों पर थीं, जिन पर अब पूरी तरह मुहर लग गई है।
अलीनगर से उम्मीदवार बनने की अटकलें तेज
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी मैथिली ठाकुर को दरभंगा की अलीनगर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतार सकती है। माना जा रहा है कि पार्टी मौजूदा विधायक मिश्रीलाल यादव की जगह किसी युवा और लोकप्रिय चेहरे को मौका देना चाहती है। चूंकि मिश्रीलाल यादव पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं, ऐसे में मैथिली का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। अगर ऐसा होता है, तो यह पहला मौका होगा जब बिहार की लोक-संस्कृति से जुड़ी कोई प्रसिद्ध गायिका सीधे विधानसभा चुनाव में उतरेंगी।
मिथिला क्षेत्र में बीजेपी की पकड़ मजबूत करने की रणनीति
मैथिली ठाकुर न केवल एक जानी-मानी लोकगायिका हैं, बल्कि मिथिला संस्कृति की पहचान बन चुकी हैं। सोशल मीडिया पर उनके लाखों प्रशंसक हैं, खासकर युवाओं के बीच उनकी लोकप्रियता काफी अधिक है। पार्टी को उम्मीद है कि उनके शामिल होने से मिथिला क्षेत्र में बीजेपी की पकड़ और मजबूत होगी। सूत्रों के अनुसार, मैथिली ठाकुर को आगामी चुनाव में चुनाव प्रचार का प्रमुख चेहरा भी बनाया जा सकता है।
बीजेपी नेताओं से मुलाकात के बाद हुआ फैसला
बीते दिनों मैथिली ठाकुर ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता और संगठन महासचिव विनोद तावड़े से मुलाकात की थी। इसी मुलाकात के बाद से उनके पार्टी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई थीं। बातचीत को “सकारात्मक” बताते हुए मैथिली ने कहा था कि बीजेपी हमेशा से उनकी प्राथमिकता रही है और वह एनडीए के विचारों से सहमत हैं।
“मेरी आत्मा बिहार से जुड़ी है” – मैथिली ठाकुर
राजनीति में आने के अपने निर्णय पर मैथिली ने कहा, “मेरी आत्मा बिहार से जुड़ी है। मैं यहीं रहकर लोगों की सेवा करना चाहती हूं और राज्य के विकास में योगदान देना चाहती हूं।”