डिजिटल डेस्क- बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच आरजेडी के वरिष्ठ नेता मदन शाह ने टिकट न मिलने से नाराज होकर राबड़ी देवी के आवास के सामने कुर्ता फाड़ प्रदर्शन किया। मदन शाह ने राज्यसभा सांसद संजय यादव पर टिकट बेचने का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि 1990 से पार्टी से जुड़े होने के बावजूद उन्हें अनदेखा किया गया और टिकट किसी बाहरी व्यक्ति को दिया गया। मदन शाह पूर्वी चंपारण की मधुबन विधानसभा से आरजेडी के पूर्व प्रत्याशी हैं। शनिवार को वे राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास पहुंचे और वहां सड़क पर लेटकर और कुर्ता फाड़कर अपने विरोध को जताया। उन्होंने कहा कि उन्हें कहा गया कि टिकट पाने के लिए दो करोड़ 70 लाख रुपये देने होंगे। उन्होंने इस आरोप के तहत कहा, “मैं बर्बाद हो गया। मेरे दो बेटे और बेटियां हैं। मैंने किसी की शादी नहीं की। चोरी करके टिकट बेच दिया गया।”
पिछली बार 2000 वोटों के अंतर से हार गए थे मदन शाह
मदन शाह ने कहा कि वर्ष 2020 के चुनाव में भी उन्होंने पार्टी की टिकट के लिए प्रयास किया था और केवल 2000 वोटों के अंतर से हार गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि संजय यादव हरियाणा से आए और पार्टी में टिकट बेचते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि वे 1990 से पार्टी से जुड़े हुए हैं और उनके लंबे संघर्ष के बावजूद उन्हें अनदेखा किया गया। इस प्रदर्शन के दौरान मदन शाह ने अपनी आपबीती सुनाई और कहा कि उनका यह विरोध केवल व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि यह पार्टी में चल रही अनैतिक दलाली और टिकट वितरण की प्रक्रिया के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि जनता को यह जानना जरूरी है कि पार्टी में टिकट किस आधार पर वितरित किया जा रहा है।
बिहार में इन दिनों देखने को मिल रही हैं अतरंगी घटनाएं
बिहार में विधानसभा चुनाव का राजनीतिक तापमान चरम पर है। पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है और दूसरे चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया जारी है। इस बीच राजनीति में नए-नए रंग और अनोखी घटनाएं देखने को मिल रही हैं। टिकट वितरण को लेकर बढ़ते विवाद और नेताओं के विरोध प्रदर्शन चुनावी प्रक्रिया को और सक्रिय और चर्चा का विषय बना रहे हैं।