KNEWS DESK- बिहार में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक माहौल पूरी तरह गरमा चुका है। आज शुक्रवार, 24 अक्तूबर, को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेता — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा — बिहार में एक साथ चुनाव प्रचार के मैदान में उतर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज समस्तीपुर और बेगूसराय में दो विशाल जनसभाओं को संबोधित करेंगे। वहीं गृह मंत्री अमित शाह बक्सर और सीवान जिलों में जनसभाओं के जरिए एनडीए उम्मीदवारों के लिए समर्थन मांगेंगे।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी इन दिनों बिहार प्रवास पर हैं और वे अलग-अलग जिलों में कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर चुनावी रणनीति को मजबूत कर रहे हैं।
राज्य में चारों जगहों पर सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या भीड़ नियंत्रण में दिक्कत न आए।
प्रधानमंत्री मोदी आज सुबह कर्पूरी ग्राम से अपने दौरे की शुरुआत करेंगे। वे सबसे पहले भारत रत्न स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे और फिर समस्तीपुर में दोपहर 12:15 बजे पहली रैली को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे बेगूसराय में दोपहर 2 बजे दूसरी सभा में जनता को संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी अपनी रैलियों में एनडीए सरकार की उपलब्धियों, केंद्र की योजनाओं और बिहार में विकास कार्यों पर बात करेंगे। इसके साथ ही वे विपक्षी गठबंधन पर भी तीखा हमला बोलने की संभावना है।
बिहार पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ कार्यक्रम के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं से वर्चुअल संवाद किया। इस दौरान उन्होंने विपक्षी गठबंधन पर करारा हमला करते हुए उन्हें ‘लठबंधन’ कहा।
मोदी ने कहा — “जो खुद को गठबंधन कहते हैं, बिहार की जनता उन्हें ‘लठबंधन’ कहती है। ये लोग सिर्फ लाठी चलाना और आपस में लड़ना जानते हैं। इनके लिए स्वार्थ सर्वोपरि है, बिहार के युवाओं की परवाह नहीं।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि दशकों तक बिहार नक्सलवाद और माओवादी आतंक से पीड़ित रहा, जिससे राज्य का विकास रुक गया। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार को ‘जंगलराज के अंधेरे से निकालकर विकास की नई रोशनी’ में लाया है।
“माओवादी आतंक ने स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और उद्योगों को नष्ट कर दिया। हमने 2014 से लगातार मेहनत की है ताकि बिहार को इस भय और पिछड़ेपन से बाहर निकाला जा सके,” — प्रधानमंत्री मोदी ने कहा।