डिजिटल डेस्क- बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक पहले मुंगेर सीट पर राजनीतिक समीकरण पूरी तरह बदल गए हैं। जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी संजय सिंह ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया और पार्टी प्रत्याशी कुमार प्रणय को समर्थन देने की घोषणा की। इस अप्रत्याशित कदम ने न सिर्फ मुंगेर की चुनावी तस्वीर बदल दी है, बल्कि राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज कर दी है। जानकारी के अनुसार, जन सुराज ने मुंगेर विधानसभा सीट से संजय सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया था। लेकिन वोटिंग से मात्र एक दिन पहले संजय सिंह ने बीजेपी प्रत्याशी की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। इस दौरान उनके साथ कई समर्थक भी मौजूद थे जिन्होंने बीजेपी में शामिल होकर पार्टी के प्रति निष्ठा जताई। बताया जा रहा है कि संजय सिंह के इस फैसले से जन सुराज को बड़ा झटका लगा है, जबकि बीजेपी के लिए यह एक रणनीतिक बढ़त साबित हो सकती है।
अपनी संपत्ति को लेकर चल रहे हैं चर्चा में
मुंगेर सीट पर बीजेपी ने कुमार प्रणय को उम्मीदवार बनाया है, जो इन दिनों अपनी संपत्ति को लेकर चर्चा में हैं। चुनावी हलफनामे में उन्होंने करीब 177 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है, जिससे वे इस चुनाव के सबसे अमीर उम्मीदवारों में से एक बन गए हैं। उनके पास चल-अचल संपत्तियों का विस्तृत ब्योरा है, जिसने विपक्ष के बीच भी बहस छेड़ दी है। मुंगर में पहले चरण में ही मतदान होना है और इस सीट पर मुकाबला पहले से ही दिलचस्प माना जा रहा था। लेकिन जन सुराज के प्रत्याशी का अंतिम समय में बीजेपी में शामिल होना इस मुकाबले को और रोचक बना गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह कदम विपक्षी वोटों के बंटवारे का कारण बन सकता है, जिससे बीजेपी को सीधा फायदा मिल सकता है।
पिछले चुनाव में बीजेपी के खाते में गई थी सीट
गौरतलब है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी उम्मीदवार प्रणव कुमार यादव ने करीबी मुकाबले में जीत दर्ज की थी, जबकि 2015 में यह सीट आरजेडी के कब्जे में गई थी। अब एक बार फिर इस सीट पर बीजेपी अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में है।