KNEWS DESK- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का रण अब पूरी तरह गरमा चुका है। पहले चरण के नामांकन की अंतिम तारीख शुक्रवार, यानी कल है, और उससे ठीक पहले गुरुवार का दिन सियासी हलचलों से भर गया है। आज कई बड़े दिग्गज नेता अपने-अपने क्षेत्रों से नामांकन दाखिल कर रहे हैं, जिससे प्रदेश की राजनीति और भी गरमा गई है।
बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नामांकन दाखिल किया था, वहीं आज उनकी पार्टी की तरफ से उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव ने महुआ विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया। नामांकन से पहले तेज प्रताप ने एक वीडियो संदेश जारी कर महुआ की जनता को अपने कार्यों की याद दिलाई और आगामी वादों का खाका भी पेश किया। उन्होंने दावा किया कि पिछली बार किया गया मेडिकल कॉलेज का वादा अब साकार हो चुका है, और अब वह महुआ में इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने का संकल्प ले रहे हैं।
उधर, एनडीए खेमे में भी हलचल तेज है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी आज मुंगेर की तारापुर सीट से नामांकन करेंगे। वहीं, जेडीयू के वरिष्ठ नेता और मंत्री विजय चौधरी समस्तीपुर की सरायरंजन सीट से चुनावी मैदान में उतरेंगे। इन दोनों नेताओं का नामांकन एनडीए की रणनीति में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
हालांकि, चुनावी तैयारियों के बीच एनडीए के भीतर टिकट बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है। भाजपा और जेडीयू दोनों दलों के भीतर असंतोष की खबरें सामने आ रही हैं। कई नेता अपने टिकट कटने से नाराज़ हैं, और कुछ ने खुलकर विरोध भी जताया है। पटना से लेकर दिल्ली तक बैठकें चल रही हैं, और शीर्ष नेतृत्व स्थिति को संभालने में जुटा है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आज का दिन राजनीतिक बयानबाज़ी, जोड़तोड़ और आखिरी समय की रणनीतियों के लिए बेहद अहम है। चुनावी बिसात पर मोहरे तेजी से बदले जा रहे हैं और हर दल अपनी स्थिति को मजबूत करने में लगा है।
जैसे-जैसे नामांकन की अंतिम घड़ी नज़दीक आ रही है, बिहार की राजनीति में उठापटक और भी तेज होती जा रही है। आने वाले दिन यह तय करेंगे कि जनता का रुख किस ओर होगा और किसके वादे व विकास के दावे जनता को ज्यादा भरोसेमंद लगते हैं।