डिजिटल डेस्क- बिहार विधानसभा चुनाव में जैसे-जैसे प्रचार का दौर तेज हो रहा है, राजनीतिक बयानबाजी भी चरम पर पहुंच गई है। एक ओर एनडीए और महागठबंधन ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है, वहीं एआईएमआईएम (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी अपने चुनावी अभियान का आगाज कर दिया है। छठ पूजा के आखिरी दिन ओवैसी पूर्वी चंपारण के ढाका विधानसभा क्षेत्र पहुंचे, जहां उन्होंने एक बार फिर महागठबंधन और आरजेडी पर तीखा हमला बोला।
भाषण में RJD पर साधा निशाना
सभा में ओवैसी ने VIP प्रमुख मुकेश सहनी को लेकर कहा, “जब मल्लाह का बेटा उपमुख्यमंत्री बन सकता है तो मोहम्मद का बेटा क्यों नहीं बन सकता?” उन्होंने भीड़ से सवाल किया, “जब तीन प्रतिशत समुदाय का उपमुख्यमंत्री बन सकता है, तो आप तो सत्रह प्रतिशत हैं, आप क्यों नहीं?” ओवैसी ने अपने भाषण में RJD पर निशाना साधते हुए कहा, “तुम 14 फीसदी होकर हमें कहते हो दरी बिछाओ-दरी बिछाओ, लेकिन अब वक्त बदल गया है।”
MY समीकरण पर टिकी है राजनीति- ओवैसी
ओवैसी ने MY समीकरण पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “RJD कहती है कि उनकी राजनीति MY यानी मुस्लिम-यादव समीकरण पर टिकी है। लेकिन अब बताओ, M में कौन है — मुसलमान या मल्लाह?” उनके इस बयान से राजनीतिक हलकों में नई बहस छिड़ गई है कि क्या अब बिहार की राजनीति में मुस्लिम वोटरों का महत्व कम होता जा रहा है। ढाका में अपने उम्मीदवार राणा रणजीत सिंह के लिए वोट मांगते हुए ओवैसी ने कहा, “आपको बीजेपी से डरने की जरूरत नहीं है। यह जम्हूरियत है, यह चंपारण की धरती है — जहां हमारे बुजुर्गों ने अंग्रेजों को भगाया था।” उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि वे AIMIM को एकजुट होकर वोट दें और महागठबंधन या एनडीए की “लॉलीपॉप राजनीति” से बचें।
ढाका सीट से उतारा हिंदू उम्मीदवार
दिलचस्प बात यह है कि AIMIM ने ढाका सीट से हिंदू उम्मीदवार राणा रणजीत सिंह को मैदान में उतारकर सभी को चौंका दिया है। पार्टी का दावा है कि उन्हें हर वर्ग का समर्थन मिल रहा है। ओवैसी का यह कदम संकेत देता है कि वह अब सिर्फ मुस्लिम वोट बैंक तक सीमित नहीं रहना चाहते, बल्कि व्यापक जनाधार बनाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।