KNEWS DESK – बिहार की राजनीति में अब चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। निर्वाचन आयोग ने 2025 बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव कार्यक्रम की पूरी जानकारी दी। इस बार राज्य में कुल 243 विधानसभा सीटों पर सिर्फ दो चरणों में मतदान होगा — जो बिहार के इतिहास में पहली बार है।
चुनाव की प्रमुख तारीखें
पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होगा, जबकि दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को वोटिंग होगी. वहीं वोटों की गिनती यानि मतगणना 14 नवंबर को होगी. पहले चरण में यानि 6 नवंबर को 121 सीटों पर मतदान होंगे, वहीं दूसरे चरण यानि 11 नवंबर को 122 सीटों पर वोटिंग होगी.
पहले चरण में कहां-कहां मतदान
पहले चरण के तहत 6 नवंबर को पटना, नालंदा, भोजपुर, बक्सर, शेखपुरा, लखीसराय, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, सहरसा, मधेपुरा, समस्तीपुर, वैशाली, गोपालगंज, सारण, सीवान, दरभंगा और मुजफ्फरपुर समेत 121 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी।
दूसरे चरण में मतदान
दूसरे चरण में 11 नवंबर को गया, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, जहानाबाद, नवादा, भागलपुर, बांका, जमुई, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सुपौल, पूर्णिया, अररिया, कटिहार, किशनगंज, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण समेत 122 सीटों पर मतदान होगा।
बिहार विधानसभा का स्वरूप
- कुल सीटें: 243
- सामान्य सीटें: 203
- अनुसूचित जाति (SC) सीटें: 38
- अनुसूचित जनजाति (ST) सीटें: 2
- कुल मतदाता: 7.43 करोड़
- पहली बार वोट डालने वाले मतदाता: 14 लाख
निर्वाचन आयोग की नई पहलें
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि इस बार चुनाव प्रक्रिया को और पारदर्शी, तकनीकी रूप से उन्नत और शांतिपूर्ण बनाने के लिए कई बड़े कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस बार हर मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाता ही होंगे, जिससे भीड़ नियंत्रित की जा सके।
निर्वाचन आयोग की 17 प्रमुख पहलें इस प्रकार हैं —
- सभी BLO (Booth Level Officer) की व्यापक ट्रेनिंग।
- SIR प्रक्रिया के तहत मतदाता सूची का अद्यतन और 30 सितंबर को अंतिम प्रकाशन।
- हर बूथ पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं।
- ईवीएम पर उम्मीदवारों की कलर फोटो।
- पोस्टल बैलेट की गिनती दूसरे राउंड की शुरुआत से पहले पूरी की जाएगी।
- EVM और Form 17C में डेटा मिसमैच की स्थिति में VVPAT की अनिवार्य काउंटिंग होगी।
- हर पोलिंग स्टेशन पर 100% वेबकास्टिंग।
- प्रत्याशियों के फोटो और नाम बड़े फॉन्ट में होंगे।
- डिजिटल नेटवर्क वन प्लेटफॉर्म के जरिए सभी ऐप्स को एकीकृत किया गया है।
- मतदाताओं के लिए मोबाइल फोन मतदान केंद्र पर जमा करने की व्यवस्था।
- बूथ से 100 मीटर के भीतर प्रत्याशी सहायता केंद्र की अनुमति।
- मतदाताओं को पहले की तरह स्लिप दी जाएगी।
- चुनाव प्रक्रिया में टेक्नोलॉजी का अधिकतम उपयोग।
- SIR प्रक्रिया के लिए सभी जिलों में समन्वय बैठकें।
- BLOs के लिए सम्मान कार्यक्रम और फोटोग्राफी सत्र।
- शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती।
- बिहार मॉडल को भविष्य में देशभर में लागू करने की योजना।
आयोग की अपील
ज्ञानेश कुमार ने भोजपुरी और मैथिली भाषा में मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि बिहार हमेशा से लोकतंत्र की जननी रहा है और इस परंपरा को बनाए रखने के लिए सभी नागरिक शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और जिम्मेदार मतदान करें। उन्होंने कहा कि इस बार का चुनाव बिहार में पारदर्शिता और तकनीक के इस्तेमाल का नया अध्याय लिखेगा।