KNEWS DESK- पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के गंभीर आरोपों में गिरफ्तार यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ जांच एजेंसियों को कई चौंकाने वाले सुराग मिले हैं। डिजिटल फॉरेंसिक जांच और मोबाइल-लैपटॉप की पड़ताल से यह बात सामने आई है कि ज्योति ने जुलाई से सितंबर 2024 के बीच मुंबई की तीन यात्राओं के दौरान शहर के संवेदनशील स्थानों की वीडियो रिकॉर्डिंग और फोटोग्राफी की थी।
सूत्रों के मुताबिक, ज्योति मल्होत्रा की पहली मुंबई यात्रा जुलाई 2024 में एक लग्जरी बस के जरिए हुई थी। इसके बाद अगस्त में अहमदाबाद से कर्णावती एक्सप्रेस, और सितंबर में नई दिल्ली से पंजाब मेल के जरिए उसने मुंबई की यात्रा की।
इन यात्राओं के दौरान ज्योति ने रेलवे स्टेशनों, धार्मिक स्थलों, प्रमुख सड़कों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों की वीडियोग्राफी की। खासकर गणेश उत्सव के समय ‘लालबागचा राजा’ जैसे प्रमुख पंडालों की भीड़, सुरक्षा व्यवस्था, एंट्री-एग्जिट रूट और आसपास के क्षेत्रों की बारीकी से रिकॉर्डिंग की। मुंबई लोकल और मेट्रो नेटवर्क के प्रमुख इंटरचेंज पॉइंट्स को भी शूट किया।
जांच एजेंसियां अब इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या ज्योति ने यह संवेदनशील डेटा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को भेजा? क्या उसके यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया अकाउंट्स का पासवर्ड ISI अधिकारियों के पास था? क्या ये वीडियो सार्वजनिक रूप से पोस्ट करने के बजाय ‘अनलिस्टेड’ या ‘प्राइवेट लिंक’ के जरिए दुश्मन एजेंसी को भेजे जा रहे थे? जांच एजेंसियों को संदेह है कि ज्योति के वीडियो सीधे पाकिस्तान के रणनीतिक विश्लेषकों और जासूसी नेटवर्क को भारत के महत्वपूर्ण नागरिक और सैन्य ढांचों की जानकारी पहुंचा रहे थे।
मल्होत्रा के मोबाइल, लैपटॉप और क्लाउड स्टोरेज की डिजिटल फॉरेंसिक जांच जारी है। एजेंसियां यह भी पता लगा रही हैं कि क्या उसने एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन ऐप्स का इस्तेमाल किया? क्या वह किसी जासूसी नेटवर्क का हिस्सा थी? किन-किन विदेशी IPs से उसका यूट्यूब या सोशल मीडिया अकाउंट एक्सेस किया गया?
फिलहाल, ज्योति मल्होत्रा को गहन पूछताछ के लिए हिरासत में रखा गया है। एजेंसियां उसके कॉन्टैक्ट्स, फॉलोअर्स, सब्सक्राइबर्स और पैसे के लेन-देन की भी जांच कर रही हैं। खुफिया एजेंसियों को शक है कि यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है बल्कि इसके पीछे एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय हो सकता है, जिसमें विदेशी खुफिया एजेंसियों की भूमिका हो सकती है।
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