KNEWS DESK – केरल की राजनीति में भाजपा ने एक नया अध्याय जोड़ दिया है। पार्टी ने तिरुवनंतपुरम नगर निगम में ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए पहली बार अपना मेयर बना लिया है। शुक्रवार को वीवी राजेश ने केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम के महापौर पद की शपथ ली। यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि अब तक भाजपा केरल में कभी सत्ता में नहीं रही है।
तिरुवनंतपुरम में भाजपा का ऐतिहासिक पल
दिसंबर की शुरुआत में हुए नगर निगम चुनाव में भाजपा ने 101 में से 50 सीटें जीतकर सभी को चौंका दिया था। इसके बाद मेयर चुनाव में वीवी राजेश को 51 वोट मिले, जो बहुमत से एक ज्यादा थे। CPI(M) के आरपी शिवाजी को 29 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले UDF के केएस सबरीनाथन को 19 वोटों से संतोष करना पड़ा। एक काउंसलर ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। भाजपा की जीत में एक निर्दलीय काउंसलर पी. राधाकृष्णन का समर्थन भी निर्णायक रहा।
मेयर बनने के बाद वीवी राजेश ने कहा, “हम सबको साथ लेकर आगे बढ़ेंगे। सभी 101 वार्डों में समान रूप से विकास होगा। हमारा लक्ष्य तिरुवनंतपुरम को एक विकसित और आधुनिक शहर बनाना है।”
कौन हैं वीवी राजेश
45 वर्षीय वीवी राजेश तिरुवनंतपुरम की राजनीति में एक जाना-पहचाना नाम हैं। वे आरएसएस और स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच मजबूत पकड़ रखते हैं। वर्तमान में वे भाजपा के राज्य सचिव भी हैं। पेशे से वकील राजेश इससे पहले तिरुवनंतपुरम जिला अध्यक्ष और भाजपा युवा मोर्चा के राज्य अध्यक्ष के रूप में भी काम कर चुके हैं।
वे तिरुवनंतपुरम कॉर्पोरेशन में अपना दूसरा कार्यकाल पूरा कर रहे हैं और कोडुंगनूर वार्ड का प्रतिनिधित्व करते हैं। 2025 के स्थानीय निकाय चुनाव में उन्होंने यह सीट 515 वोटों के अंतर से जीती थी।
विधानसभा चुनाव में भी आजमा चुके हैं किस्मत
वीवी राजेश ने 2021 के केरल विधानसभा चुनाव में वट्टियूरकावु सीट से भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन 39,596 वोट हासिल कर वे दूसरे स्थान पर रहे थे।
तिरुवनंतपुरम में मेयर पद पर भाजपा की जीत को केरल की राजनीति में एक बड़े बदलाव के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। जहां अब तक राज्य में पार्टी की मौजूदगी सीमित रही है, वहीं यह जीत भविष्य में भाजपा के लिए नई संभावनाओं के दरवाजे खोल सकती है।