KNEWS DESK – केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में बीजेपी ने स्थानीय निकाय चुनावों में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सियासी तस्वीर बदल दी है. 45 साल तक लगातार लेफ्ट शासन वाले इस शहर में बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA ने बहुमत हासिल कर लिया है. इसी जीत के साथ अब सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या केरल की पहली महिला IPS अधिकारी आर श्रीलेखा तिरुवनंतपुरम की पहली बीजेपी मेयर बनेंगी?
हाल ही में बीजेपी में शामिल हुईं आर श्रीलेखा ने तिरुवनंतपुरम कॉर्पोरेशन के सस्थमंगलम डिवीजन से शानदार जीत दर्ज की है. वह कुछ ही दिनों में 65 साल की होने वाली हैं, लेकिन उनकी इस जीत ने उन्हें राज्य की राजनीति के केंद्र में ला खड़ा किया है. दो चरणों में हुए चुनाव की मतगणना शनिवार को पूरी हुई, जिसमें बीजेपी ने जबरदस्त प्रदर्शन किया.
कॉर्पोरेशन के 101 वार्डों में से बीजेपी ने 50 सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं CPI(M) के नेतृत्व वाले LDF को 29, कांग्रेस के नेतृत्व वाले UDF को 19 सीटें मिलीं और दो सीटें निर्दलीयों के खाते में गईं. बहुमत के आंकड़े के करीब पहुंच चुकी बीजेपी में आर श्रीलेखा को मेयर पद के लिए NDA का सबसे मजबूत चेहरा माना जा रहा है.
मीडिया से बातचीत में आर श्रीलेखा ने सस्थमंगलम वार्ड के मतदाताओं का आभार जताया. उन्होंने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि इस वार्ड में पहले कभी किसी उम्मीदवार को इतनी बड़ी बढ़त नहीं मिली थी. मेयर बनने के सवाल पर उन्होंने साफ कहा कि इस पर अंतिम फैसला पार्टी नेतृत्व ही करेगा.
आर श्रीलेखा का प्रशासनिक करियर बेहद लंबा और प्रभावशाली रहा है. तिरुवनंतपुरम में जन्मी और पली-बढ़ीं श्रीलेखा जनवरी 1987 में केरल की पहली महिला IPS अधिकारी बनी थीं. तीन दशक से ज्यादा के अपने करियर में उन्होंने CBI, केरल क्राइम ब्रांच, विजिलेंस, फायर फोर्स, मोटर व्हीकल्स विभाग और जेल विभाग जैसे अहम संस्थानों में सेवाएं दीं. साल 2017 में वह केरल की पहली महिला डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस बनीं.
दिसंबर 2020 में रिटायर होने के बाद भी श्रीलेखा लगातार सुर्खियों में रहीं. खास तौर पर 2017 के एक्ट्रेस यौन उत्पीड़न मामले में उनके बयानों को लेकर वह चर्चा में आईं. अक्टूबर 2024 में उन्होंने बीजेपी का दामन थामा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित होने की बात कही. उन्होंने यह भी कहा कि अपने पूरे पुलिस करियर के दौरान उन्होंने बिना किसी राजनीतिक भेदभाव के काम किया.
अब बीजेपी की इस ऐतिहासिक जीत के बाद सभी की निगाहें आर श्रीलेखा पर टिकी हैं. अगर पार्टी नेतृत्व उन्हें मेयर पद के लिए चुनता है, तो वह न सिर्फ तिरुवनंतपुरम बल्कि केरल की राजनीति में भी एक नया इतिहास रच सकती हैं.