KNEWS DESK – पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में एक प्राइवेट कोयला खदान में आज एक भीषण धमाका हुआ, जिसमें सात मजदूरों की मौत हो गई। इस हादसे का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, जबकि बचाव और राहत कार्य जारी है।
घायलों को नजदीकी अस्पताल में कराया गया भर्ती
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में सोमवार को कोयला खदान में भीषण विस्फोट होने से सात लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए हैं। पुलिस के अनुसार, धमाका खदान में ब्लास्टिंग के दौरान हुआ, जिसके परिणामस्वरूप खदान ढह गई। इस गंभीर घटना में कई मजदूरों के शव क्षत-विक्षत अवस्था में बरामद किए गए हैं। जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत चिंताजनक बताई जा रही है।
स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच चुके हैं और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा चुका है, और घायल मजदूरों को प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है।
आस-पास के इलाके में दहशत
धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आस-पास के इलाकों में भी हड़कंप मच गया। वडुलिया गांव में स्थित इस खदान के विस्फोट ने पूरे क्षेत्र को दहशत में डाल दिया है। पुलिस ने घटनास्थल की सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है ताकि भविष्य में ऐसी कोई दुर्घटना न हो सके।
पहले भी हुए थे हादसे
यह पहला मामला नहीं है, जब बीरभूम जिले में खदानों में हादसे हुए हैं। इससे पहले, नलहाटी थाना क्षेत्र में स्थित एक पत्थर खदान में धसान के कारण तीन श्रमिकों की मौत हो गई थी। इन घटनाओं ने खनन सुरक्षा के मुद्दों को फिर से उभारा है और स्थानीय समुदाय में चिंता का विषय बना हुआ है।
जांच और सहायता का आश्वासन
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, कोयला क्रशिंग के दौरान विस्फोट हुआ, लेकिन इसके सही कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। पुलिस और प्रशासन की टीम इस मामले की जांच कर रही है, और सुरक्षा मानकों की अनदेखी की संभावना पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
स्थानीय विधायक भी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं और स्थिति का जायजा ले रहे हैं। पुलिस द्वारा मृतकों के परिजनों से संपर्क साधा जा रहा है और उन्हें हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया गया है। प्रशासन ने राहत कार्यों को तेज कर दिया है, यह सुनिश्चित करने के लिए कि खदान में फंसे अन्य मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।