दिल्ली- केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने शनिवार यानी आज पार्टियों द्वारा दिल्ली सहित तीन राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के लिए अपने चुनावी समझौते की घोषणा के बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने ये भी संदेह व्यक्त किया कि क्या गठबंधन आगामी आम चुनावों में भाजपा की ताकत का मुकाबला करने में सक्षम होगा।
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि “क्या लोगों के दिल उनकी पार्टियों के गठबंधन के साथ मेल खाते हैं? अगर उनके दिल नहीं मिलते हैं, तो क्या वे जनता को एकजुट कर पाएंगे, खासकर जब उनका मुकाबला नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा से है, जो एक ऐसा संगठन है जहां कार्यकर्ता पहले आते हैं और नेताओं को उसके बाद तैनात किया जाता है। क्या कमजोर गठबंधन संगठन की ताकत और पीएम मोदी के नेतृत्व का सामना कर पाएगा लेकिन यह दिखाता है कि ‘घुटना टेक’ (समझौता) राजनीति का यही मतलब है। यह शून्य राजनीति है। गठबंधन ने अपने पैरों पर खड़े होने की ताकत खो दी है। शक्तिहीन पार्टियां अब खुद को मजबूत करने के लिए तरह- तरह के व्यवहार कर रही हैं।”
उन्होंने दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि “क्या लोगों के दिल उनकी पार्टियों के गठबंधन के साथ मेल खाते हैं? अगर उनके दिल नहीं मिलते हैं, तो क्या वे जनता को एकजुट कर पाएंगे, खासकर जब उनका मुकाबला नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा से है, जो एक ऐसा संगठन है जहां कार्यकर्ता पहले आते हैं और उसके बाद नेताओं को तैनात किया जाता है। क्या कमजोर गठबंधन संगठन की ताकत और पीएम मोदी के नेतृत्व का सामना कर पाएगा?” उन्होंने आम आदमी पार्टी- कांग्रेस समझौते को उन पार्टियों के बीच ‘घुटना टेक’ (समझौता करने वाली) राजनीति करार दिया, जिनमें बहुत कम समानता है।
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