NEET-UG मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच चाहते हैं, शिक्षा मंत्री ने बिना जांच के क्लीन चिट दे दी है, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई का बड़ा बयान

KNEWS DESK-  कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से नीट-यूजी विवाद पर राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी को क्लीनचिट देने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि हम इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच चाहते हैं।

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री और भाजपा सरकार एनईईटी मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। दो दिन पहले ही शपथ लेने के बाद शिक्षा मंत्री ने एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) को क्लीन चिट देने की जल्दबाजी की है। किस जांच के आधार पर? उन्होंने कौन सी जांच की है जिसके कारण वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि एनटीए दोषमुक्त है। हमारे पास परीक्षा केंद्रों, कोचिंग सेंटरों द्वारा गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों से लाखों रुपये मांगने के कई सबूत हैं। क्या वे नहीं समझते कि छात्रों को उस मानसिक यातना से गुजरना पड़ता है जब उन्हें साल-दर-साल इन परीक्षाओं में बैठना पड़ता है और अपनी कीमती जवानी इस परीक्षा में बर्बाद करनी पड़ती है जिसे सरकार स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से आयोजित करने में विफल रही है।

गौरव गोगोई ने कहा कि मैं इन छात्रों के साथ खड़े होने के लिए राहुल गांधी जी का आभारी हूं और हम इस पूरे मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग करते हैं। हमारे मेडिकल बिरादरी और 24 लाख युवा भारतीयों का भविष्य दांव पर है।

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