KNEWS DESK, सोमवार रात महाराष्ट्र के नागपुर में औरंगजेब की कब्र को हटाने को लेकर हिंसा भड़क उठी। महल इलाके में पथराव, कई गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं हुईं। इस घटना के बाद शहर में तनाव फैल गया है, हालांकि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने भारी बल तैनात किया है। इस मुद्दे पर एआईएमआईएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान ने कहा कि हम हर तरह की हिंसा का विरोध करते हैं और सभी को कानून का पालन करने की अपील करते हैं।
वारिस पठान ने नागपुर हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह हिंसा क्यों और किस कारण से हुई, इसकी जांच महाराष्ट्र सरकार को करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग चाहते हैं कि महाराष्ट्र में नफरत फैले और यह हिंसा उसी का परिणाम है। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से आग्रह किया कि वे इस प्रकार की घटनाओं पर काबू पाएं और उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें जिन्होंने नफरत फैलाने वाली भाषण दिए और हिंसा को उकसाया।
400 साल पुराने मुद्दे पर राजनीति कर रही बीजेपी- वारिस पठान
वारिस पठान ने औरंगजेब के मुद्दे पर बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह 400 साल पुराने मुद्दे को उछालकर मौजूदा सरकार के अन्य मुद्दों से ध्यान भटका रही है। उन्होंने कहा कि हम हिंसा के खिलाफ हैं और सभी से अपील करते हैं कि वे कानून का पालन करें। इसके साथ ही उन्होंने मांग की कि सरकार उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे जिन्होंने दंगे भड़काने वाले भाषण दिए और उकसाने की कोशिश की।
क्या है पूरा मामला?
यह हिंसा उस समय भड़की जब संभाजीनगर में स्थित मुगल सम्राट औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग की गई। प्रदर्शन के दौरान दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हो गई, जिसके परिणामस्वरूप पथराव और आगजनी हुई। हिंसा को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और कई लोगों को हिरासत में लिया।
विहिप और बजरंग दल ने औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग की है, उनका कहना है कि यह कब्र उस उत्पीड़न और अत्याचार का प्रतीक है जो औरंगजेब के शासनकाल में हुआ था। इसके साथ ही बीते दिनों तेलंगाना के बीजेपी विधायक टी राजा सिंह ने पुणे में सरकार से कब्र हटाने की मांग की थी। इस मुद्दे के बाद विपक्षी दल टी राजा सिंह को भी निशाने पर ले रहे हैं।