KNEWS DESK- महाराष्ट्र के परभणी जिले में संविधान के अपमान को लेकर हिंसा भड़क उठी, जिससे पूरे शहर में तनाव का माहौल बन गया। घटना के बाद से कई इलाकों में आगजनी और तोड़फोड़ की खबरें आ रही हैं। हिंसक घटनाओं के मद्देनजर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और अतिरिक्त बल तैनात किया है।
यह घटना उस समय घटी जब कुछ असमाजिक तत्वों ने संविधान के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। देखते ही देखते विरोध प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया और कई स्थानों पर दुकानों और वाहनों में आग लगा दी गई। प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते हुए सड़कों पर उतर आए, जबकि पुलिस को स्थिति संभालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
स्थानीय प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लागू कर दी है, जिससे किसी भी प्रकार की भीड़-भाड़ और अव्यवस्था पर काबू पाया जा सके। पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए और विरोध प्रदर्शन को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया गया।
वहीं, राज्य सरकार ने इस हिंसा के मामले की गंभीरता से जांच करने की बात कही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि संविधान के अपमान का कोई भी प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस और प्रशासन ने त्वरित कदम उठाए हैं, लेकिन हिंसा के कारण शहर के कई हिस्सों में तनाव बना हुआ है। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है और कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति कानून को अपने हाथ में न लें।
परभणी में हुई इस हिंसा ने एक बार फिर यह साबित किया है कि संविधान और उसके प्रति सम्मान से जुड़े मामलों को बेहद संवेदनशीलता से संभालने की आवश्यकता है। राज्य सरकार और पुलिस अब स्थिति को नियंत्रण में लाने और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहे हैं।
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