KNEWS DESK- भारत के नए उपराष्ट्रपति पद के लिए राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की ओर से घोषित किए गए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन आज, बुधवार को सुबह 11 बजे संसद भवन में नामांकन दाखिल करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्रीगण, एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे। खास बात यह है कि पीएम मोदी खुद राधाकृष्णन के नामांकन के प्रस्तावक होंगे, जिससे साफ संकेत मिलते हैं कि एनडीए इस चुनाव को पूरी ताकत के साथ लड़ना चाहता है।
मंगलवार को संसद भवन में एनडीए संसदीय दल की बैठक हुई, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने सीपी राधाकृष्णन को सभी सांसदों से मिलवाया और उनके समर्थन की अपील की। बैठक में एनडीए नेताओं ने एकजुटता दिखाते हुए इस नामांकन को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की।
सीपी राधाकृष्णन का नाम चौंकाने वाला नहीं है। वे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे हैं और तमिलनाडु से पार्टी के प्रभावशाली चेहरों में गिने जाते हैं। इसके साथ ही वे सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं।
उधर, विपक्षी INDIA गठबंधन ने भी उपराष्ट्रपति पद के लिए बी. सुदर्शन रेड्डी के नाम की घोषणा की है। रेड्डी 21 अगस्त को नामांकन दाखिल करेंगे। वे आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश और बाद में गुवाहाटी हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं। वर्ष 2011 में वे सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त हुए। न्यायिक पृष्ठभूमि से आने के कारण विपक्ष उन्हें एक स्वतंत्र और निष्पक्ष उम्मीदवार के रूप में पेश कर रहा है।
उप-राष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद चुनाव आयोग ने 7 अगस्त को चुनाव की अधिसूचना जारी की थी। इस अहम संवैधानिक पद के लिए 9 सितंबर को संसद भवन में मतदान होगा और नतीजे भी इसी दिन घोषित कर दिए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि भारत का उपराष्ट्रपति राज्यसभा का सभापति भी होता है, और इसलिए यह चुनाव केवल सांसदों द्वारा किया जाता है। लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचित व नामित सदस्य ही इस चुनाव में मतदान कर सकते हैं।