KNEWS DESK- बीते 15 दिनों से उत्तराखंड के उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल के अन्दर फंसे 41 मजदूरों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं| जिंदगी की जंग लड़ रहे मजदूरों को जल्द ही सुरंग से बाहर निकलने की उम्मीद है| हालांकि रेस्क्यू ऑपरेशन में लगातार कोई ना कोई बाधा आ रही है| वहीं मजदूरों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं, मौसम विभाग के अनुसार, आसमान से बड़ी मुसीबत आने वाली है|
दरअसल, उत्तराखंड में अगले तीन दिनों में मौसम करवट बदल सकता है| आज सोमवार के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी कर दिया है, जिसके कारण बर्फबारी होने की संभावना है, जिससे कि सिलक्यारा की सुरंग में चल रहे राहत कार्यों पर भी बाधा आ सकती है|
♦पर्वतीय जिलों में बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट
♦अगले 3 दिन बारिश, बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी pic.twitter.com/bkdzIlLxiG
— Knews (@Knewsindia) November 27, 2023
अनुमान है कि उत्तराखंड में आज 27 नवंबर से उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी हो सकती है| वहीं निचले क्षेत्रों में वर्षा व ओलावृष्टि की संभावना है| मौसम विभाग के मुताबिक, ताजा पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी क्षेत्र में सक्रिय रहने वाला है, जिसके कारण पर्वतीय क्षेत्रों में बादल छाए रहेंगे| कल उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ समेत 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी होगी| साथ ही कहीं-कहीं हल्की वर्षा व ओलावृष्टि भी हो सकती है|
वहीं मजदूरों को बचाने के लिए अलग विकल्पों को चुना जाएगा| ड्रिलिंग मशीन को लेकर माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने बताया- ऑगरिंग बंद हो गई है| उन्होंने कहा- ये स्थिति ऑगर (मशीन) के लिए बहुत ज्यादा है, यह और कुछ नहीं करने वाला है|
इक्रो टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने आगे कहा, हम कई विकल्पों पर विचार कर रहे हैं लेकिन प्रत्येक विकल्प के साथ हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि हम यह कैसे सुनिश्चित करें कि 41 आदमी घर सुरक्षित आएं और हम किसी को चोट नहीं पहुंचाना चाहते हैं| पहाड़ ने फिर से बरमा का विरोध किया है, इसलिए हम अपने दृष्टिकोण पर पुनर्विचार कर रहे हैं| मुझे विश्वास है कि 41 लोग क्रिसमस तक घर आ रहे हैं| उन्होंने बताया- किसी को चोट नहीं आई है| सभी लोग ठीक हैं| अब ड्रिलिंग से कोई काम नहीं होगा|