KNEWS DESK – उत्तराखंड में सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण पाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर परिवहन आयुक्त कार्यालय ने पूरे प्रदेश में सघन चेकिंग अभियान शुरू करने के आदेश दिए हैं। यह कदम राज्य में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं और उनमें होने वाली जानमाल की हानि को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। नए आदेश के तहत राज्य के सभी क्षेत्रों में हर महीने यह अभियान चलाया जाएगा, जिसमें ओवरस्पीड, ओवरलोडिंग, और नशे में वाहन चलाने वाले ड्राइवरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सख्त कार्रवाई का निर्देश
बता दें कि संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह ने संभागीय परिवहन अधिकारियों, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारियों, परिवहन कर अधिकारियों, और सभी संभागीय निरीक्षकों को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों में साफ तौर पर कहा गया है कि सभी प्रमुख मार्गों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सघन चेकिंग अभियान चलाकर वाहन चालकों की जांच की जाए। खासतौर पर उन वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, जो तेज रफ्तार से चल रहे हैं, ओवरलोडेड हैं या जिनमें ड्राइवर नशे की हालत में पाए जाते हैं।
पर्यटक सीजन और सप्ताहांत पर विशेष चेकिंग
उत्तराखंड में पर्यटन, तीर्थयात्रा और शादी के सीजन के दौरान यात्री संख्या में भारी वृद्धि होती है। इस दौरान खासतौर पर देहरादून, मसूरी, नैनीताल और अन्य प्रमुख पर्यटक स्थलों पर यात्रा करने वालों की संख्या में इजाफा होता है। इन दिनों में विशेष चेकिंग अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है, ताकि ओवरलोडिंग, ओवरस्पीडिंग और नशे में वाहन चलाने पर कड़ी कार्रवाई की जा सके। सप्ताहांत यानी शनिवार और रविवार को इन इलाकों में विशेष रूप से चेकिंग की जाएगी और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित की जाएगी।
खराब वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
जांच के दौरान यदि कोई वाहन तकनीकी खामी से ग्रस्त पाया जाता है या उसका संचालन बिना फिटनेस प्रमाणपत्र के हो रहा होता है, तो ऐसे वाहनों की फिटनेस तत्काल निरस्त कर दी जाएगी। इसके अलावा, ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशनों पर वाहनों की फिटनेस जांच के दौरान यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी जरूरी सुरक्षा उपकरण जैसे अंडर रन प्रोटेक्शन, रिफलेक्टर और स्पीड गवर्नर सही तरीके से काम कर रहे हैं।
पर्वतीय मार्गों पर सुरक्षा के सख्त उपाय
उत्तराखंड के पर्वतीय मार्गों पर रात के समय वाहन चलाने से होने वाली दुर्घटनाओं की संख्या को देखते हुए अब मोटरयान नियमावली के तहत रात के समय इन मार्गों पर वाहनों के संचालन पर रोक लगाने की योजना है। पर्वतीय इलाकों में सड़कें संकरी और घुमावदार होने के कारण रात में ड्राइविंग खतरनाक साबित हो सकती है। इस निर्णय के तहत स्टेज कैरिज वाहनों का सेफ्टी ऑडिट भी कराया जाएगा, ताकि कोई भी वाहन मानकों के अनुरूप न होने पर उसे चलने की अनुमति न दी जाए।
परिवहन विभाग की तैयारियां
परिवहन विभाग द्वारा यह अभियान केवल सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ही नहीं, बल्कि राज्य में सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए भी चलाया जा रहा है। विभाग ने विभिन्न विभागों के साथ मिलकर चेकिंग अभियान के लिए पर्याप्त संसाधन और प्रशिक्षण की व्यवस्था की है। इसके अलावा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए रोडवेज द्वारा अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की जाएगी, ताकि छुट्टियों और त्योहारों के बाद लोगों को सुरक्षित यात्रा करने का मौका मिल सके।
इस अभियान को विशेष रूप से अल्मोड़ा में हाल ही में हुई बस दुर्घटना को देखते हुए लिया गया है, जिसमें कई लोगों की जान गई थी। इससे पहले भी 2018 और 2022 में हुई दो बड़ी बस दुर्घटनाएं हुई थी|