KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत प्रदेश के युवाओं को अधिक से अधिक लोन उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय किया गया है। इस अभियान के माध्यम से राज्य सरकार युवाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करेगी, ताकि वे अपने व्यवसायों की शुरुआत कर सकें और राज्य में रोजगार सृजन को बढ़ावा मिल सके।
शनिवार को आयोजित एक समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैंक शाखाओं के लिए लोन वितरण का लक्ष्य तय करने का निर्देश दिया। इसके अलावा, उन्होंने आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 में ऋण जमानुपात (सीडी रेशियो) को 67 से बढ़ाकर 70 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा। इससे बैंकों को अधिक से अधिक लोन वितरित करने की सुविधा मिलेगी, जिसका सबसे बड़ा लाभ छोटे उद्यमियों और नई व्यवसायिक इकाइयों को होगा, जिन्हें पूंजी की आवश्यकता रहती है।
सीएम ने कहा कि लोन के लिए आवेदन करने वाले युवाओं की स्क्रीनिंग की जाएगी। विशेष रूप से, जिन युवाओं ने किसी विशेष व्यावसायिक क्षेत्र में प्रशिक्षण प्राप्त किया है, उन्हें उसी क्षेत्र में लोन प्राथमिकता के आधार पर दिया जाएगा। इसके साथ ही, योजना के तहत युवाओं को मार्केटिंग, डिजाइनिंग, पैकेजिंग और तकनीकी ज्ञान से भी जोड़ा जाएगा, ताकि वे अपने व्यवसाय को सफलतापूर्वक चला सकें। मुख्यमंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान में महिलाओं, एससी-एसटी और दिव्यांगों को भी शामिल किया जाएगा, ताकि यह योजना समाज के सभी वर्गों तक पहुंचे। बैंकों के सहयोग से युवाओं को पूंजी उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे वे उत्तर प्रदेश को ‘नए भारत’ के निर्माण में योगदान दे सकेंगे।
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान की शुरुआत यूपी दिवस पर 24 जनवरी 2025 को की गई थी। इस अभियान का उद्देश्य एक वर्ष में कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कम से कम एक लाख युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ना है। योजना के पहले चरण में प्रत्येक लाभार्थी युवा को पांच लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है। दूसरे चरण में यह राशि 10 लाख रुपये तक हो जाएगी।
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