तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल, अयोध्या के साधु-संतों में रोष, दोषियों के खिलाफ की कार्रवाई की मांग

KNEWS DESK – आंध्र प्रदेश के मशहूर तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल की खबर सामने आने के बाद अयोध्या के साधु-संत नाराज हैं। संत समाज ने कहा कि वे इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे।

तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी की मिलावट से साधु-संतों में रोष

करोड़ों लोगों की आस्था को भयंकर ठेस

आपको बता दें कि राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने तिरुपति मंदिर में प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डुओं में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल की निंदा की। सत्येंद्र दास ने कहा, “जिसके माध्यम से मिला गया वो बहुत ही निकृष्ट प्रयोग हुआ है और जिसने ऐसा किया है वो बहुत ही भयंकर अपराधी है, देशद्रोही है क्योंकि भगवान तिरुपति में इतना प्रसिद्धी है उसके लड्डू में और जिसने ये आदेश देकर उन लड्डुओं को बनाया। एक तो करोड़ों लोगों की आस्था को भयंकर ठेस लगा है और जिस प्रकार से उस प्रसाद को ग्रहण करते हैं, यदी ऐसा हुआ है तो बहुत गलत हुआ है। जितना निदा किया जाए उतना की कम है और ऐसा करने वाले जांच किया जाए और जांच करने के बाद कोई अपराधी है तो उसको तुरंत दंड दिया जाए।”

तिरुपति मंदिर के लड्डुओं में जानवरों की चर्बी का हुआ इस्तेमाल, CM चंद्रबाबू  नायडू का दावा | Live Dainik - Latest & Live Breaking News in Hindi

इस मामले में जांच की मांग की

वहीं राष्ट्रवादी बाल संत दिवाकर आचार्य ने इस मामले में जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, “ये देखिए महापाप है, अछम अपराध है। इसकी जांच होनी चाहिए और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इस तरह से किसी के धर्म को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए। लड्डू में चर्बी की मिलावट करना, जिहाद को बढ़ावा देना अब अपराध हो गया है। सरकार इन सबके खिलाफ एक कानून लाना चाहिए और जांच के बाद आरोपियों को इसके तहत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।”

टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर लगाए आरोप

दरअसल, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया है कि वाईएसआर पार्टी की पिछली सरकार में तिरुपति मंदिर में प्रसाद और भोग के लिए जिन लड्डुओं को बनाया जाता था, उनमें घी की जगह जानवरों की चर्बी और उनके फैट का इस्तेमाल होता था। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने ये आरोप टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर लगाए हैं, जो इसी साल लोकसभा चुनावों के बाद 23 जुलाई को जारी हुई थी।

रिपोर्ट में जानवरों की चर्बी की हुई पुष्टि 

रिपोर्ट ने इस बात की पुष्टि की है कि वाईएसआरसीपी के सत्ता में रहने के दौरान प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए घी में जानवरों की चर्बी थी। सीएम चंद्रबाबू नायडू के इस दावे के बाद बड़ा राजनैतिक विवाद खड़ा हो गया। हालांकि, वाईएसआरसीपी ने कहा कि नायडू सिर्फ राजनैतिक फायदे के लिए ऐसे झूठे आरोप लगा रहे हैं।