यूपी डीजीपी ने जाति आधारित एनकाउंटर के आरोपों का किया खंडन, कानपुर और सुल्तानपुर मामलों पर भी दिया बयान

KNEWS DESK-  उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने हाल ही में पुलिस पर जाति के आधार पर एनकाउंटर करने के आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस पूरी निष्पक्षता के साथ कार्रवाई करती है और जाति देखकर एनकाउंटर करने की बात निराधार है। डीजीपी का यह बयान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा प्रदेश पुलिस पर जातिवादी कार्रवाई के आरोप लगाने के बाद आया है।

कानपुर ट्रेन पलटाने की साजिश पर डीजीपी का बयान

डीजीपी ने कानपुर में ट्रेन पलटाने की साजिश के मामले पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया है और पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है। उन्होंने कहा कि बिना पूरी जांच के किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी।

सुल्तानपुर डकैती के मामले में मुठभेड़ और जाति का विवाद

सुल्तानपुर में डेढ़ करोड़ रुपये की डकैती के मामले में मंगेश यादव की मुठभेड़ में मौत पर भी सवाल उठे हैं। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि मंगेश की हत्या उसकी जाति के आधार पर की गई, जबकि मंगेश के पिता ने दावा किया कि पुलिस ने उसे घर से उठाकर गोली मारी।

पुलिस ने इस मामले में मुठभेड़ में मंगेश यादव को मार गिराया है और आरोप लगाया है कि मंगेश का यह अपराधीकरण था। पुलिस ने मामले के दूसरे मास्टर माइंड विपिन सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है, जो पहले दर्ज किए गए मामले में कोर्ट में आत्मसमर्पण कर चुका है। पुलिस उसकी पूछताछ कर रही है और डकैती के अन्य आरोपियों और लूट के माल की तलाश जारी है। डीजीपी ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी आरोपों की निष्पक्ष जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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