KNEWS DESK – उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन, मंगलवार 17 दिसंबर 2024 को, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने राज्य का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया। इस अनुपूरक बजट का आकार 17,865.72 करोड़ रुपये रखा गया है, जिसमें 790 करोड़ रुपये के नए प्रस्ताव भी शामिल हैं। यह योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा अनुपूरक बजट है।
विकास एजेंडा हमारी प्राथमिकता
दरअसल बता दें कि इस अनुपूरक बजट के माध्यम से योगी सरकार ने वित्तीय अनुशासन बनाए रखने का दावा किया है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन में इस बजट को पेश करते हुए कहा, “योगी सरकार ने हर स्तर पर वित्तीय अनुशासन बनाए रखा है, और जहां जहां जरूरत है, वहां खर्च किया गया है। विकास एजेंडा हमारी प्राथमिकता है, और बड़े स्तर पर विकास का पहिया घूम रहा है।” उन्होंने कहा कि अनुपूरक बजट को विभिन्न विभागों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।
विशेष रूप से, खन्ना ने महाकुंभ का जिक्र करते हुए कहा कि इसे दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है, जिसे यूनेस्को ने मानवता की मूर्त धरोहर के रूप में मान्यता दी है। उन्होंने बताया कि इस अनुपूरक बजट में महाकुंभ के विकास कार्यों के लिए धन आवंटित किया गया है।
विकास का काम विरोध की वजह से रुकेगा नहीं
अनुपूरक बजट पेश होने से पहले, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, “विपक्ष का काम हमेशा सरकार की नीतियों का विरोध करना होता है, लेकिन सरकार का काम विकास करना है। विकास का काम विरोध की वजह से रुकेगा नहीं।” उन्होंने विश्वास जताया कि इस बजट के बाद राज्य में विकास की गति और बढ़ेगी। वहीं, मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि इस बजट में विभिन्न विभागों के लिए अतिरिक्त धन की आवश्यकता को पूरा किया गया है, ताकि राज्य की जनता के साथ किए गए विकास वादों को पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा, “यह बजट प्रदेश के हर हिस्से में विकास को बढ़ावा देने के लिए है।”
राज्य की आधारभूत संरचना को और मजबूत करेंगे
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अनुपूरक बजट पर टिप्पणी करते हुए कहा, “इस बजट के माध्यम से हम राज्य की आधारभूत संरचना को और मजबूत करेंगे, महाकुंभ को और बेहतर बनाएंगे, और कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करेंगे। हम हर स्थिति से प्रदेश को विकास के मोर्चे पर लाने के लिए काम कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि इस अनुपूरक बजट से प्रदेश में विकास कार्यों की गति तेज होगी, और सभी विभागों को आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि बजट राज्य के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए तैयार किया गया है।
सत्र की आगामी कार्यवाही और कार्यक्रम
उत्तर प्रदेश विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 16 से 20 दिसंबर तक चलेगा। सत्र के पहले दिन सदन में अधिसूचनाओं, अध्यादेशों और नियमों को पटल पर रखा गया था। वहीं, 17 दिसंबर को अनुपूरक बजट पेश किया गया। 18 दिसंबर को इस बजट पर चर्चा होगी और फिर उसे पारित किया जाएगा। इसके अलावा, 19 और 20 दिसंबर को विधायी कार्यों को लेकर चर्चा और कामकाज होगा। 20 दिसंबर को सदन आधे दिन तक संचालित होगा।