लखनऊ, अमेठी के रहने वाले आरिफ की सारस से दोस्ती सोशल मीडिया में काफी चर्चा में रही. जिसके बाद सपा के सुप्रीमो अखिलेश यादव आरिफ औऱ सारस की दोस्ती देखने अमेठी भी गए थे. लेकिन अब बताया जा रहा है कि वन विभाग की टीम ने सारस को रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में संरक्षित कर दिया.
सारस से दोस्ती की वजह से चर्चा में आए आरिफ से उनका दोस्त छीन लिया गया. खबर है कि वन विभाग की टीम ने सारस को रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में संरक्षित कर दिया. अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा. अखिलेश ने कहा कि वे जिससे मिलने जाते हैं, सरकार उससे सबकुछ छीन लेती है. अखिलेश ने इस दौरान आजम खान और कानपुर से सपा विधायक इरफान सोलंकी का भी उदाहरण दिया.
अखिलेश ने वीडियो शेयर कर कहा, वन विभाग की टीम उप्र के राजकीय पक्षी सारस को तो स्वतंत्र करने के नाम पर उसकी सेवा करनेवाले से दूर ले गयी, देखना ये है कि राष्ट्रीय पक्षी मोर को दाना खिलानेवालों से स्वतंत्र करने के लिए क्या कार्रवाई की जाती है.
मीडिया से बातचीत में अखिलेश ने इस मुद्दे पर राज्य की योगी सरकार पर निशाना साधा. अखिलेश ने कहा, मैं जिससे मिलने जाता हूं, सरकार उससे सबकुछ छीन लेती है. मैं सारस को दोस्त बताने वाले आरिफ से मिलने गया तो उससे सारस छीन लिया गया. मैं कानपुर में अपने विधायक से मिलने गया, तो उसका जेल बदल दिया गया. आजम खान और उनके परिवार का उत्पीड़न इस लिए किया जा रहा है, क्योंकि वे समाजवादी पार्टी के हैं.
अखिलेश ने कहा, सारस तो खुला रहता था, लेकिन सरकार ने उसे पकड़कर पिंजड़े में बंद कर दिया. जो लोग लोकतंत्र की बात कर रहे हैं, वे अलोकतांत्रिक हैं. सपा अध्यक्ष ने कहा कि योगी संत होकर सदन में झूठ बोलते हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, अधिकारी अन्याय से मन भर लें, पेट भर लें. मगर इसका अंजाम क्या होगा, ये उन्हें समझना होगा. अखिलेश ने कहा, सरकार का दावा है कि जबसे आई है, डेढ़ सौ करोड़ पेड़ लगा चुके हैं. इतने पेड़ों के लिए जमीन कहां से आई. सरकार झूठ बोल रही है. इंवेस्टर मीट में हजारों पेड़ काटे गए. 150 करोड़ खर्च करके गमले लगाए गए, वे चोरी हो गए. जो पेड़ लगे थे, वे सूख गए. सरकार झूठ फैलाती है. उन्हें 6 साल की हिसाब देना चाहिए. अखिलेश ने कहा कि यूपी की बर्बादी के लिए सीएम जिम्मेदार हैं.