उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट , उत्तराखंड में होने वाले आगामी निकाय और केदारनाथ उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने अभी से रणनीति पर मंथन शुरू कर दिया है। दिल्ली में कांग्रेस की हाईलेवल मीटिंग हुई। जिसमें आगामी चुनाव पर मंथन किया गया। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में एकजुटता के साथ प्रदेश स्तरीय नेताओं को आगामी चुनाव की तैयारियों में जुटने को कहा है। वहीं भाजपा की बात की बात करें तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आहवान पर शुरू किये गये हर घर तिरंगा अभियान कार्यक्रम को सफल बनाने की तैयारियों में जुटी हुई है। जबकि कांग्रेस हाल ही में हुए बदरीनाथ और मंगलौर उपचुनाव में जीत से उत्साहित है और अब कांग्रेस का फोकस केदारनाथ उप चुनाव को जीतने पर लग गया है। इस बीच खबर ये है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए पार्टी के शीर्ष नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सितंबर में उत्तराखंड आ सकते हैं। 15 से 20 सितंबर के बीच में उनका दौरा प्रस्तावित है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी देहरादून में दोनों नेताओं की बड़ी रैली कराने की तैयारी कर रहे हैं। सवाल ये है कि क्या बद्रीनाथ उपचुनाव जीतने के बाद कांग्रेस केदारनाथ उपचुनाव को जीत पाएगी
देवभूमि उत्तराखंड में आगामी चुनाव के लिए तमाम राजनीति दलों की तैयारी जारी है। इन्ही तैयारियों को धार देने के लिए दिल्ली में कांग्रेस की हाईलेवल मीटिंग बुलाई गई है। कई दौर की बैठक कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा की अध्यक्षता में हो चुकी है। वहीं अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसमें एकजुटता के साथ पार्टी के नेताओं को केदारनाथ उपचुनाव और निकाय चुनाव की तैयारियों में जुटने का आहवान किया गया है। वहीं कांग्रेस का दावा है कि वह निकाय और केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा को सबक सिखाने जा रहे हैं। पार्टी के सभी नेता एकजुटता के साथ चुनावी तैयारियों में लगे हुए हैं।
आपको बता दें कि उत्तराखंड में कांग्रेस हाल ही में हुए बदरीनाथ और मंगलौर उपचुनाव में जीत से उत्साहित है और अब कांग्रेस का फोकस केदारनाथ उप चुनाव को जीतने पर लग गया है। इस बीच खबर ये भी है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए पार्टी के शीर्ष नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सितंबर में उत्तराखंड आ सकते हैं। 15 से 20 सितंबर के बीच में उनका दौरा प्रस्तावित है। वहीं भाजपा की बात करें तो भाजपा पूरे प्रदेशभर में प्रधानमंत्री के आहवान पर शुरू किये गये हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने की तैयारियों में लगी हुई है
कुल मिलाकर बदरीनाथ और मंगलौर उपचुनाव में मिली जीत से उत्साहित कांग्रेस अब केदारनाथ उपचुनाव के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। सवाल ये है कि क्या कांग्रेस की बद्रीनाथ के बाद केदारनाथ में भाजपा पर भारी पड़ेगी, सवाल ये भी है कि क्या उत्तराखंड कांग्रेस के नेता एकजुटता के साथ आगामी चुनाव को लड़ेंगे या नहीं