KNEWS DESK- दिल्ली-एनसीआर में सर्दी के साथ-साथ वायु प्रदूषण ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है. सुबह घर से बाहर निकलते ही आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ आम हो गई है. बुधवार तड़के करीब 6 बजे राजधानी के लगभग सभी इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 के पार दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ से लेकर ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB), दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) और मौसम विभाग (IMD) के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के कई इलाकों में AQI 340 से 380 के बीच रिकॉर्ड किया गया. बवाना, मुंडका, रोहिणी, जहांगीरपुरी, वजीरपुर, नरेला और आनंद विहार जैसे क्षेत्रों में हालात बेहद चिंताजनक बने हुए हैं. कुछ इलाकों में स्थिति ‘सीवियर’ स्तर के करीब पहुंच गई है.
वहीं लोधी रोड, आईजीआई एयरपोर्ट, मंदिर मार्ग और आया नगर जैसे अपेक्षाकृत कम प्रदूषित माने जाने वाले इलाकों में भी AQI 250 से 290 के बीच दर्ज किया गया, जो सेहत के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता
बवाना (378), मुंडका (371), रोहिणी (364), जहांगीरपुरी (363), वजीरपुर (361), NSIT द्वारका (361), आईटीओ (360), नेहरू नगर (360), विवेक विहार (353) और अशोक विहार (351) जैसे इलाकों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब बनी हुई है.
GRAP-4 लागू, निर्माण कार्यों पर पूर्ण प्रतिबंध
लगातार बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने पूरे एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण यानी स्टेज-IV को लागू कर दिया है. इसके तहत दिल्ली-एनसीआर में सभी तरह के निर्माण और तोड़फोड़ कार्यों पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है.
सड़क, फ्लाईओवर, इमारतों और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से जुड़े सभी कंस्ट्रक्शन वर्क फिलहाल बंद रहेंगे. इसके अलावा, प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों, डीजल वाहनों और अन्य स्रोतों पर भी सख्ती बढ़ा दी गई है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सलाह दी है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें, मास्क का इस्तेमाल करें और बच्चों, बुजुर्गों व सांस के मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. फिलहाल मौसम में बदलाव या तेज हवाओं के बिना दिल्ली-एनसीआर को प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद कम नजर आ रही है.