KNEWS DESK… केंद्रीय मंत्रिमंडल में बहुत ही जल्द बदलाव होने की आशंका जताई जा रही है। यह बदलाव इस वर्ष के अंत तक 5 प्रदेशों में होने वाले विधानसभा चुनावों और आगामी 2024 लोकसभा चुनावों के मद्देनजर किए जाएंगे। मंत्रिमंडल का यह बदलाव किसी सफलता या असफलता के पैमाने पर आधारित नहीं होगा।
दरअसल आपको बता दें कि इस फेरबदल के बीच ये बात सामने आ रही है कि पटना से लोकसभा सांसद रवि शंकर प्रसाद एवं राज्यसभा सांसद सुशील मोदी को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। हालांकि इसकी पुष्टी शपथ ग्रहण से एक दिन पहले ही होगी। जिन्हें हटाया जाएगा, उनका नाम भी उसी दिन घोषित किया जाएगा। लोकसभा सांसदों के अनुसार जो कोई भी नए नेता मंत्रिमंडल में जुड़ेंगे, उनके पास काम करने के लिए केवल 7 महीने का ही मौका मिलेगा। हालांकि इतना कम समय तो किसी को समझने में ही लग जाता है कि उसे करना क्या है?
जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरा ध्यान लोकसभा चुनाव की ओर है। इसी वजह से मंत्रिमंडल में बदलाव किए जा रहे हैं। मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नेतागण की काबिलियत को अहमियत देने के साथ-साथ उनके प्रदर्शन को भी देखते हुए उन्हें मंत्री पद का दावेदार बनाया जाएगा।
गौरबतल हो कि मोदी ने 3 जुलाई को ही कैबिनेट मंत्रियों को कह दिया था कि जितने भी काम बाकी हैं, उन्हें आप सभी जल्द से निपटा लें। ताकि आपके कामों के आधार पर ही प्रधानमंत्री एवं पार्टी जनता के बीच जा सकती है। भाजपा के एक सर्वे के अनुसार बिहार, उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश में 2019 के मुकाबले सीटों का नुकसान हुआ है। इस स्थिति को देखते हुए, इससे निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह ने मिलकर मंत्रिमंडल में कुछ बदलाव करने का फैसला लिया है।