जम्मू कश्मीर में त्राहि-त्राहि, भूस्खलन से अब तक 31 मौतें, 22 ट्रेनें भी हुई रद्द, बंद किया गया जम्मू-कटरा हाईवे

डिजिटल डेस्क- जम्मू कश्मीर में पिछले दिनों बादल फटने और भारी वर्षा के चलते पूरे राज्य में त्राहि-त्राहि मच गई है। राज्य सरकार द्वारा जम्मू में राहत पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं, वहीं राहत बचाव दल द्वारा भी जीवन को बचाने और आवश्यक सेवाओं को बहाल किये जाने के अनवरत् प्रयास किए जा रहे हैं। जम्मू में आई आपदा से अब तक 31 मौतों की पुष्टि हो चुकी है तो वही एहतियात के तौर पर जम्मू के विभिन्न जिलों में जाने वाली 22 ट्रेनों को भी रद्द कर दिया गया है।

त्रिकूट पहाड़ी का बड़ा हिस्सा मलबे में तब्दील

पिछले दिनों आई आपदा ने अपना भीषण रूप दिखा सबको भयभीत कर दिया। स्थानीय लोगों के अनुसार जम्मू के त्रिकूट पहाड़ी स्थित मंदिर मार्ग का रास्ता पूरी तरह मलबे में तब्दील हो गया, जिससे वहां का संपर्क मार्ग पूरी तरह ध्वस्त हो गया। राहत बचाव दल द्वारा मलबे को हटाते हुए रास्ते को खाली किये जाने का प्रयास किया जा रहा है।

कई इलाकों में अभी भी जारी है बारिश

जानकारी के अनुसार वर्तमान में जम्मू और आसपास के इलाकों में तेज आंधी-तूफान और भारी बारिश हो रही है। सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र हैं जम्मू शहर, आरएसपुरा, सांबा, अखनूर, नगरोता, कोट भलवाल, बिश्नाह, विजयपुर, पुरमंडल, कठुआ और ऊधमपुर. वहीं रियासी, रामबन, डोडा, बिलावर, कटरा, रामनगर, हीरानगर, गूल और बनिहाल में हल्की बारिश हो रही है।

गृहमंत्री ने जताया दुख

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘जम्मू-कश्मीर के वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भारी बारिश के कारण भूस्खलन से हुआ हादसा अत्यंत दुःखद है। इस सम्बन्ध में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री श्री उमर अब्दुल्ला जी और उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा जी से बात की। घायलों की मदद के लिए स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है और NDRF की टीम भी वहां पहुंच रही है।