KNEWS DESK- दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने कहा कि आगामी 100 दिनों में दिल्ली के स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। उन्होंने जन औषधि योजना पर भी जोर दिया और कहा कि चोर बाजारी को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। पंकज सिंह ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार पर बहुत देनदारी है, और उनका लक्ष्य बजट में सुधार कर स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था को मजबूत करना है।
स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने कैग (कैग) पर चर्चा के दौरान अस्पतालों की गंभीर समस्याओं का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि दिल्ली के अस्पतालों में कर्मचारियों की 21 फीसदी कमी है। इसके अलावा, अस्पतालों में स्पेशलिस्ट, पैरा मेडिकल स्टाफ और सीएमओ (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) की भी भारी कमी है। पंकज सिंह ने यह भी कहा कि सभी जिला स्तरीय अस्पतालों, एम्बुलेंस सेवाओं और आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की भारी कमी है।
पंकज सिंह ने बताया कि मरीजों को अस्पतालों में भोजन की गुणवत्ता की कभी भी उचित तरीके से जांच नहीं की गई। इसके अलावा, केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाया कि वह अस्पतालों के लिए आवश्यक उपकरणों और दवाइयों की खरीद में विफल रही है। उनका कहना था कि दिल्ली सरकार ने दवाइयों और उपकरणों की खरीद प्राइवेट केमिस्टों से की, जिससे सरकार को भारी नुकसान हुआ। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने ब्लैक लिस्टेड कंपनियों से दवाइयां खरीदीं, जिनमें एक्सपायरी दवाइयां भी शामिल थीं।
केंद्र सरकार के बजट का पूरा इस्तेमाल नहीं हुआ: पंकज सिंह
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली सरकार को दिया गया स्वास्थ्य बजट पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं किया गया। इसके अलावा, उन्होंने यह दावा किया कि ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) के मरीजों को बड़े सरकारी अस्पतालों में इलाज नहीं दिया गया, और इस संबंध में बड़ी अनियमितताएं हुईं। पंकज सिंह ने यह साफ किया कि जो लोग इन अनियमितताओं में शामिल हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
पंकज सिंह ने कहा कि मरीजों की सुविधा को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग एक नया HIMS (हॉस्पिटल इंफॉर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम) शुरू करने जा रहा है। इस प्रणाली के तहत स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से ऑनलाइन होंगी, जिससे मरीजों को बेहतर इलाज और सुविधाएं मिल सकेंगी।
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