KNEWS DESK – दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर वोट काटने की साजिश का आरोप लगाया है। केजरीवाल का कहना है कि बीजेपी दिल्ली में जानबूझकर सही मतदाताओं के वोट काट रही है और इसके लिए एक सुनियोजित योजना के तहत ‘ऑपरेशन लोटस’ चलाया जा रहा है।
15 दिसंबर से शुरू हुआ ‘ऑपरेशन लोटस’
बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने प्रेस वार्ता में कहा कि बीजेपी का ‘ऑपरेशन लोटस’ 15 दिसंबर से शुरू हो गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य उनकी विधानसभा, नई दिल्ली सीट पर वोट काटने और जोड़ने का है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी ने 5,000 वोटों को डिलीट करने और 7,500 वोटों को जोड़ने के लिए चुनाव आयोग से आवेदन किया है।
केजरीवाल ने कहा, “मेरी विधानसभा में कुल वोटों की संख्या 1,06,000 है। इनमें से 5 प्रतिशत वोट डिलीट कराए जा रहे हैं, जबकि 7.5 प्रतिशत वोट जोड़े जा रहे हैं। अगर यह 12 प्रतिशत वोट इधर-उधर हो गए, तो चुनाव का कोई मतलब नहीं रह जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि एक ही विधानसभा में लगभग 11,000 वोट काटे गए हैं, जो उनके अनुसार चुनावों में गड़बड़ी का संकेत है।
बीजेपी पर बेईमानी से चुनाव जीतने का आरोप
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी किसी भी कीमत पर चुनाव जीतने के लिए बेईमानी से काम कर रही है। उन्होंने कहा, “बीजेपी हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में जो हथकंडे अपनाए थे, अब वही दिल्ली में भी अपनाए जा रहे हैं, लेकिन दिल्ली की जनता इसे सफल नहीं होने देगी।”
केजरीवाल की चुनाव आयोग से शिकायत
अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर इन असामान्य मतदाता आवेदनों पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग जानबूझकर सही मतदाताओं के नाम काट रहे हैं और चुनाव आयोग से इसके जांच की मांग की। केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने 500 लोगों की वेरीफिकेशन की और पाया कि इनमें से 490 लोग अपने घरों में रहते हैं, यानी वोट काटने की साजिश की जा रही है।
‘कौन लोग कर रहे हैं यह सब?’
केजरीवाल ने यह सवाल भी उठाया कि इन वोट कटवाने के आवेदन करने वाले लोग कौन हैं और वे किसके इशारे पर काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 10 ऐसे लोग हैं जिन्होंने सबसे ज्यादा वोट काटने वाली एप्लीकेशन दी है, और यह गंभीर सवाल है कि ये लोग किसके निर्देश पर काम कर रहे हैं।
चुनाव अधिकारियों को दी चेतावनी
केजरीवाल ने चुनाव अधिकारियों को चेतावनी दी कि उन्हें इस साजिश का हिस्सा बनने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा, “जब सत्ता बदलेगी, तो यह फाइलें आपके ही दस्तखत के साथ रहेंगी। उस समय दबाव बनाने वाले लोग नहीं होंगे, लेकिन दस्तावेजों पर आपके साइन होंगे।” केजरीवाल ने चुनाव अधिकारियों से अपील की कि वे इस तरह की साजिशों पर कड़ी नजर रखें और चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाएं।