डिजिटल डेस्क- ओड़िसा के बालासोर स्थित फकीर मोहन (स्वायत्त) महाविद्यालय की छात्रा द्वारा आत्मदाह करने के बाद एम्स भुवनेश्वर में हुई मौत के बाद कांग्रेस की तरफ से किए जा रहे ओड़िसा बंद का असर पूरे राज्य में पड़ता दिख रहा है। बता दें कि छात्रा को न्याय न मिलने के कारण विपक्षी दलों ने ओडिशा बंद करने का ऐलान किया था। महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्रा ने एक अध्यापक पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कॉलेज परिसर में आग लगा ली थी, जिसके बाद अर्धजली हालत में छात्रा को एम्स भुवनेश्वर में भर्ती कराया गया था, जहां बीते दिन छात्रा ने दम तोड़ दिया था। छात्रा की मौत के बाद कांग्रेस, माकपा, भाकपा (माले), ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, राकांपा, सपा और राजद सहित सभी वाम दलों ने ओडिशा बंद का आह्वान किया था।
विपक्षी दलों ने की शिक्षा मंत्री से इस्तीफे की मांग
ओड़िसा बंद के दौरान कांग्रेस समेत आठ विपक्षी दलों ने राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री के इस्तीफे और मामले की न्यायिक जांच की मांग की थी। बता दें कि ओड़िसा बंद के दौरान चेन्नई-कोलकाता राजमार्ग पर लंबा जाम लग गया। ट्रकों और अन्य वाहन फंसे रहे। राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बस सेवाएं प्रभावित हुईं। कांग्रेस के इस प्रदर्शन के दौरान आम लोगों को खासी दिक्कतों और समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
कांग्रेस पार्टी पीड़ित परिवार के साथ- राहुल गांधी
सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए पीड़ित परिवार के साथ खड़े रहने और छात्रा को न्याय दिलाने की बात कही। राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा कि ओडिशा के बालेश्वर में इंसाफ की लड़ाई में जान गंवाने वाली बहादुर बेटी के पिता से बात की। उनकी आवाज़ में बेटी का दर्द, सपना और संघर्ष सब महसूस किया। उन्हें भरोसा दिलाया कि कांग्रेस पार्टी और मैं हर कदम पर उनके साथ हैं। जो हुआ वह अमानवीय और शर्मनाक ही नहीं, पूरे समाज का ज़ख्म है। हम हर हाल में यह सुनिश्चित करेंगे कि पीड़ित परिवार को पूरा न्याय मिले।