KNEWS DESK – नीट यूजी 2024 एग्जाम के परीक्षार्थियों ने सिर्फ परीक्षा में पेपर के लीक होने के ही नहीं अन्य कई आरोप भी लगाए है| जिस पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने सफाई देते हुए सुप्रीमकोर्ट में अपना पक्ष रखा है |
गड़बड़ी किये जाने का आरोप
आपको बता दें कि नीट यूजी 2024 परीक्षा ( NEET UG Exam 2024) का मामला अब सुप्रीमकोर्ट पहुंच गया है, जिस पर नए सिरे से जांच किये जाने की याचिका दायर की गयी है | बता दें कि यह 5 मई को यह एग्जाम आयोजित किया गया था| दायर याचिका में उम्मीदवारों द्वारा आयोजित की गयी नीट यूजी 2024 परीक्षा में गड़बड़ी किये जाने का आरोप लगाया गया है|
पेपर इतना आसान कैसे आया
गतवर्षों कि तुलना में पेपर इतना आसान कैसे बनाया गया | इस सवाल पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का कहना है कि पिछले साल 20 लाख की तुलना में 24 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया था, इसके अलावा इस वर्ष पूरे पाठ्यक्रम से 15 प्रतिशत पाठ्य विवरण काटा गया| आंसर – की के रिविजन के कारण कुछ छात्रों के लिए भौतिकी के अंकों में संशोधन किया गया|
एक ही परीक्षा केंद्र में कई टॉपर्स और तय तारीख से पहले आया रिजल्ट
एक ही परीक्षा केंद्र में कई टॉपर्स और तय तारीख से पहले आए रिजल्ट केन प्रश्न पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का कहना है कि जिन परीक्षार्थियों ने 720/720 अंक हासिल किए हैं और वे एक ही केंद्र से हैं इसको लेकर उम्मीदवारों को कुछ ग़लतफहमी है, साथ ही यह स्पष्ट किया कि हालांकि इस परीक्षा केंद्र के उम्मीदवारों को प्रतिपूरक अंक दिए गए थे वे पहले से ही हाईस्कोरर रहें हैं | उनके अंको को बढाया नहीं गया बल्कि स्टेस्टिक फॉर्मुले के अनुसार नुबेर दिए गए हैं | इसके साथ ही परीक्षा का रिजल्ट समय से पहले ही घोषित करने का काम उम्मीदवारों की सुविधा के रूप में ही की गयी है| National Testing Agency के प्रोटोकॉल के अनुसार अंसार-की चैलेंज आवश्यक जांच पूरी करने बाद जल्द से जल्द घोषित किया जाना चाहिए जिसकी अवधि 3 से 5 दिनों की होती है|