KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन शनिवार, 14 दिसंबर को प्रस्तावित है, जिसे लेकर पूरे प्रदेश में चर्चाओं का दौर जारी है। इसी कड़ी में शनिवार दोपहर लखनऊ स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में पार्टी के कई वरिष्ठ नेता एकत्र हुए।
दोपहर करीब 12 बजे भाजपा कार्यालय पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, मंत्री दारा सिंह चौहान, बाबूराम निषाद और पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय पहुंचे। कुछ ही देर में विनोद तावड़े, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी प्रदेश कार्यालय पहुंच गए।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा प्रदेश संगठन में बड़ी जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी कर रही है। माना जा रहा है कि नए चेहरे पर दांव लगाने का मकसद आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समीकरण को कमजोर करना है।
प्रदेश अध्यक्ष के संभावित दावेदारों में केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी का नाम भी चर्चा में है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पंकज चौधरी ने कहा, “आज भाजपा के सभी सांसदों को बुलाया गया है। प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होना है, इसलिए सभी को आमंत्रित किया गया है। आगे पार्टी तय करेगी कि किसे पर्चा दाखिल करना है और किसे नहीं।”
पंकज चौधरी कुर्मी (ओबीसी) समुदाय से आते हैं, जो उत्तर प्रदेश में एक अहम वोट बैंक माना जाता है। पार्टी में पहले से कई बड़े ओबीसी चेहरे मौजूद हैं, लेकिन पंकज चौधरी पर दांव संगठन में नई ऊर्जा और नई सोच ला सकता है।
इससे पहले शुक्रवार, 12 दिसंबर को भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष की अगुवाई में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह और दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक के साथ चुनाव प्रक्रिया को लेकर अहम बैठक हुई थी।