KNEWS DESK- आज यानी 26 नवंबर की तारीख को कोई नहीं भुला पाया है क्योंकि इस तारीख को ही भारत पर सबसे बड़ा हमला हुआ था। पाकिस्तान से आए आतंकियों ने देश के वित्तीय राजधानी मुंबई के 8 जगहों को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया था। मुंबई के इस आतंकी हमले में 166 लोग मारे गए थे, जिसमें कई बच्चे भी शामिल थे। आतंकियों को मारने के लिए मुंबई पुलिस को सेना की मदद लेनी पड़ी थी। पुलिस के कई जवान भी इस हमले में शहीद हो गए थे।
इस हमले के 5 आरोपी अब तक फांसी के फंदे से दूर क्यों हैं?
1. डेविड कोलमैन हेडली- मुंबई हमले का मुख्य साजिशकर्ता हेडली ही है। हेडली ने हमले से पहले पूरे मुंबई की रेकी की थी. डेविड ने मुंबई अटैक से पहले शहर का पूरा नक्शा तैयार किया था. इसके लिए कई बार वो अमेरिका से वीजा लेकर भारत आया था। हेडली के पिता सलीम जिलानी पाकिस्तान के एक मशहूर ब्रॉडकास्टर थे। वर्तमान में हेडली अमेरिका की जेल में बंद है और वहां 35 साल की सजा काट रहा है। हेडली को अमेरिकी कोर्ट ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के 12 मामलों में दोषी ठहराया है। हेडली को भारतीय जांच एजेंसी को सौंपने की मांग को अमेरिका 2020 में ही खारिज कर चुका है। अमेरिका के सरकारी वकील ने उस वक्त कोर्ट में तर्क दिया था कि हेडली ने हमले के बाद अपना दोष स्वीकार कर लिया था और उसे कोर्ट से सजा मिल चुकी है, इसलिए उसे भारत को नहीं सौंपा जा सकता है।
2. तहव्वुर राणा- तहव्वुर हुसैन राणा मुंबई हमले का मास्टर माइंड डेविड कोलमैन हेडली का सहयोगी है। राणा अभी अमेरिकी पुलिस की गिरफ्त में है। 2020 में भारत ने राणा के प्रत्यर्पण की मांग की थी, जिसे मई 2023 में अमेरिका की निचली अदालत ने मंजूर कर लिया। हालांकि, उसके प्रत्यर्पण में अभी भी कई कानूनी पेचीदगी है। 62 साल के राणा ने मुंबई हमले के लिए साजिश रचने का काम किया था। उसने हेडली को भारत पहुंचाने और उसके संदेश को पाकिस्तान के आंतकियों को भेजने का काम किया था।
3. हाफिज सईद- मुंबई पर हमले की पूरी योजना लश्कर-ए-तैयबा ने बनाया था। हाफिज सईद इस संगठन का सरगना है. हमले के अगले दिन ही हाफिज सईद को पाकिस्तान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. हाफिज अभी भी जेल में बंद है। हाफिज सईद आतंकवाद के 3 मामलों में पाकिस्तान की अदालत से दोषी करार दिया जा चुका है. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के अलग-अलग शहरों में हाफिज मोहम्मद सईद के खिलाफ सात केस दर्ज हैं। हालांकि, पाकिस्तानी सेना और वहां की खुफिया एजेंसी की वजह से उसकी हनक अभी भी पाकिस्तान में है. कुछ जानकारों का कहना है कि सईद के लिए जेल ही सबसे सुरक्षित जगह है।
4. जकी-योर रहमान लखवी- मुंबई हमले के वक्त लखवी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ऑपरेशन प्रमुख था. हमले की स्क्रिप्ट को अमलीजामा पहनाने की जिम्मेदारी लखवी को ही मिली थी। लखवी वर्तमान में पाकिस्तान में पांच साल की जेल की सजा काट रहा है. 2021 में उसे आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए गिरफ्तार किया गया था। आतंकी जब मुंबई में गोली बरसा रहे थे, तो उस वक्त भी लखवी उसके संपर्क में थे. आतंकी कसाब ने पूछताछ में इसका खुलासा किया था। कसाब के दावे की पुष्टि अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने भी की थी। लखवी को आतंकी हमले के बाद भी पाकिस्तान ने पकड़ा था, लेकिन उसे बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया था। लखवी को लेकर पाकिस्तान के ढील-ढाल रवैए की अमेरिका ने भी निंदा की थी। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक प्रतिबंध समिति ने लखवी पर चेचन्या, बोस्निया, इराक और अफगानिस्तान सहित कई देशों में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया।
5. साजिद मीर- मुंबई हमले में साजिद मीर ने अहम भूमिका निभाई थी. हमले के दौरान मीर द्वारा आतंकियों को निर्देश देने का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था, जिसे भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ में रखा था। मीर ही वो हैंडलर था, जो हेडली के संपर्क में भी था. मीर पर अमेरिका ने भी 5 मिलियन डॉलर का ईनाम रखा है। मीर को लेकर पाकिस्तान लगातार झूठ बोलता आ रहा है. 2020 से पहले पाकिस्तान ने मीर के मरने का दावा किया था लेकिन जब वो FATF में बुरी तरह घिर गया, तो उसने उसके जेल में रहने की बात कही। पाकिस्तान में मीर 15 साल की जेल की सजा काट रहा है।
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