KNEWS DESK – दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच शनिवार को आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच राजनीतिक तनाव चरम पर पहुंच गया। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कार पर कथित रूप से पत्थर और ईंटों से हमला किया गया।
AAP का दावा है कि यह हमला बीजेपी नेता परवेश वर्मा के समर्थकों ने किया। पार्टी ने इसे “कायराना हरकत” करार देते हुए कहा कि केजरीवाल और उनकी टीम इस तरह की धमकियों से डरने वाली नहीं है।
AAP का आरोप: बीजेपी बौखलाई हुई है
आम आदमी पार्टी ने सोशल मीडिया पर इस कथित हमले का वीडियो भी शेयर किया है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा, “बीजेपी अपनी हार से डर गई है। हार की बौखलाहट में उसने अपने गुंडों को हमारे नेता अरविंद केजरीवाल पर हमला करने के लिए भेजा। बीजेपी यह जान ले कि दिल्ली की जनता इस कायराना हरकत का मुंहतोड़ जवाब देगी।”
AAP ने दावा किया कि जब यह हमला हुआ, तो स्थानीय निवासियों ने बीच-बचाव करते हुए हमलावरों को वहां से खदेड़ दिया।
बीजेपी का पलटवार
दूसरी ओर, बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया है कि AAP के कार्यकर्ताओं ने उनके कार्यकर्ताओं पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। बीजेपी नेता परवेश वर्मा ने कहा,”केजरीवाल और उनकी पार्टी सिर्फ प्रचार के लिए ऐसे झूठे आरोप लगा रही है। सच्चाई यह है कि हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला हुआ, और कई घायल हो गए।” वर्मा ने दिल्ली के लेडी हार्डिंग अस्पताल में भर्ती घायल कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी की।
नई दिल्ली सीट पर बड़ा मुकाबला
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर इस बार चुनावी मुकाबला बेहद दिलचस्प है।
- अरविंद केजरीवाल यहां से AAP के प्रत्याशी हैं और मुख्यमंत्री के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।
- बीजेपी ने इस सीट पर परवेश वर्मा को टिकट दिया है, जो पहले सांसद रह चुके हैं।
- कांग्रेस ने संदीप दीक्षित, जो पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे हैं, को उम्मीदवार बनाया है।
तीनों दलों के उम्मीदवारों के बीच यह सीट प्रतिष्ठा का सवाल बन चुकी है।
जनता के सवाल और चुनावी रणनीति
इस घटना के बाद दिल्ली की राजनीति गरमा गई है। आम जनता और राजनीतिक विश्लेषक दोनों यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या दिल्ली चुनाव प्रचार अब हिंसा और आरोप-प्रत्यारोप की भेंट चढ़ गया है?
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना का असर नई दिल्ली सीट के चुनावी समीकरण पर पड़ सकता है। अरविंद केजरीवाल इसे जनता की सहानुभूति जीतने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं, वहीं बीजेपी इसे “नाटक” बताकर उनके खिलाफ मोर्चा खोल रही है।
चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल
इस घटना के बाद चुनाव आयोग की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई है।
- AAP ने आयोग से सुरक्षा बढ़ाने और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
- बीजेपी ने भी आरोपों की जांच की मांग की है, ताकि सच्चाई सामने आ सके।