आरजेडी में तेजस्वी युग की शुरुआत, राष्ट्रीय कार्यकारिणी में लालू का बड़ा फैसला

KNEWS DESK –  बिहार की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत हो चुकी है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने तेजस्वी यादव को पार्टी का सर्वेसर्वा बनाते हुए औपचारिक रूप से नई पीढ़ी को नेतृत्व सौंप दिया है। शनिवार को पटना में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के संविधान में संशोधन के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। इसके साथ ही अब तेजस्वी यादव को पार्टी के सिंबल देने और अहम फैसले लेने का अधिकार प्राप्त हो गया है।

लालू यादव से तेजस्वी यादव तक सत्ता का हस्तांतरण

आरजेडी में अब तक लालू प्रसाद यादव का वर्चस्व रहा था। उन्होंने पार्टी को न केवल मजबूत बनाया, बल्कि बिहार की राजनीति में आरजेडी को एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया। अब तेजस्वी यादव, जो पहले अपने पिता के फैसलों पर निर्भर रहते थे, स्वतंत्र रूप से पार्टी का नेतृत्व करेंगे।

कार्यकारिणी की बैठक में राष्ट्रीय महासचिव आलोक मेहता ने संविधान संशोधन का प्रस्ताव पेश किया। इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति दर्ज की गई, हालांकि प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और उनके बेटे सुधाकर सिंह की अनुपस्थिति ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा छेड़ दी है।

तेजस्वी यादव का विजन और रणनीति

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने अपने विजन को लेकर एक स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य बिहार को देश के अव्वल राज्यों में शामिल करना है। पिछले 17 महीनों में हमने जो काम किया है, वह पिछले 18 सालों में नहीं हो सका। सभी वर्गों के हितों का ध्यान रखा जाएगा और बिहार की तरक्की के लिए हमारे पास एक स्पष्ट ब्लूप्रिंट है।”

मीसा भारती और तेज प्रताप यादव की प्रतिक्रिया

आरजेडी सांसद मीसा भारती ने तेजस्वी यादव को पार्टी का चेहरा बताते हुए कहा, “राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लिए गए फैसले ऐतिहासिक हैं। चुनावी तैयारी के लिहाज से ये फैसले आरजेडी के लिए मील का पत्थर साबित होंगे।” उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हालिया बयानों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “उनके बयानों पर सिर्फ दया की जा सकती है।”

इस बीच, लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने भी सोशल मीडिया पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “नेतृत्व कोई पद या उपाधि नहीं है, यह एक्शन और उदाहरण है। परिवर्तन के लिए हमें अधिक सपने देखने, सीखने और प्रयास करने की जरूरत है।”

आगामी बिहार विधानसभा चुनाव और आरजेडी की तैयारी

बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। आरजेडी ने तेजस्वी यादव को पार्टी का चेहरा बनाकर बड़ा दांव खेला है। यह पहली बार होगा जब लालू यादव खुद केंद्र में न रहते हुए अपने बेटे को पूरी तरह से पार्टी की कमान सौंपेंगे।