डिजिटल डेस्क- बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल बढ़ गई है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने शुक्रवार को बड़ा राजनीतिक एलान किया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जनशक्ति जनता दल अब केवल बिहार तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में भी अपने उम्मीदवार उतारेगी। तेज प्रताप यादव शुक्रवार को अपनी पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरुआत करने पहुंचे थे। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जनशक्ति जनता दल पूरे बिहार में सदस्यता अभियान चला रहा है, जिसका उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ना है। उन्होंने बताया कि अभी सदस्यता ऑफलाइन मोड में की जा रही है, लेकिन जल्द ही ऑनलाइन सदस्यता अभियान भी शुरू कर दिया जाएगा।
यूपी और बंगाल में क्या होंगे उनके चुनावी मुद्दे?
TV9 डिजिटल से बातचीत में तेज प्रताप यादव ने कहा कि उनकी पार्टी का फोकस दोनों राज्यों में स्थानीय मुद्दों के साथ-साथ SIR, बेरोजगारी और युवाओं से जुड़े सवाल होंगे। उन्होंने दावा किया कि बड़ी संख्या में लोग उनकी पार्टी के साथ जुड़ना चाहते हैं और जनशक्ति जनता दल लगातार विस्तार कर रही है। तेज प्रताप यादव ने कहा कि उनकी कोशिश है कि युवाओं, वंचितों और आम लोगों की आवाज को मजबूत प्लेटफॉर्म मिल सके। उन्होंने भरोसा जताया कि बंगाल और यूपी में उनकी पार्टी को अच्छा समर्थन मिलेगा।
बिहार में भी उतारे थे उम्मीदवार
यह पहला मौका नहीं है जब तेज प्रताप यादव अपनी पार्टी को चुनावी मैदान में उतार रहे हैं। इससे पहले बिहार विधानसभा चुनाव में भी उनकी पार्टी ने कई सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। खुद तेज प्रताप बिहार की महुआ विधानसभा सीट से मैदान में उतरे थे। हालांकि, इस चुनाव में उन्हें जीत नहीं मिल सकी। उन्हें 51 हजार से अधिक वोटों से हार का सामना करना पड़ा और वह तीसरे स्थान पर रहे। महुआ सीट से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के संजय कुमार सिंह ने उन्हें हराया था।