KNEWS DESK… बिहार की राजधानी पटना में शिक्षक बहाली के डेमिसाइल नीति को लेकर बवाल मचा हुआ है। बिहार के शिक्षक अभ्यार्थी नियमावली में हुए संशोधन का विरोध कर रहे हैं। बिहार सरकार के द्वारा 1 लाख 70 हजार शिक्षकों की बहाली में अब दूसरे प्रदेशों के अभ्यार्थियों को भी इसमें मौका दिए जाने की बात कही गई है। इसी नीति के विरोध में पटना की सड़कों पर अभ्यार्थी लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
दरअसल आपको बता दें कि आज यानी 1 जुलाई को बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में लगभग 2 हजार से ज्यादा संख्या में अभ्यार्थियों ने एकजुट होकर , हाथों में तिरंगा लहराते हुए पैदल मार्च किया।सभी अभ्यार्थी लगातार सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इसके साथ ही शिक्षामंत्री की इस्तीफे की मांग कर रहे थे लेकिन जेपी गोलंबर के पास पहुंचते ही पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे सभी अभ्यार्थियों को रोक दिया। जहां पर पुलिस के काफी समझाने के बाद भी प्रदर्शन कर रहे अभ्यार्थी नहीं माने और लगातार प्रदर्शन करते ही रहे। जिसके बाद पुलिस ने शिक्षक अभ्यार्थियों पर लाठीचार्ज कर दिया जिससे गुस्साए अभ्यार्थियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।जहां पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अभ्यार्थियों को खदेड़ना शुरू कर दिया और डाक बंगला चौराहा से लेकर पटना जंक्शन तक उन्हें खदेड़ते रहे। इस दौरान पुलिस के द्वारा 35 शिक्षक अभ्यार्थियों को गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के लिए बता दें कि गिरफ्तार किए गए अभ्यार्थियों में 2 महिला अभ्यार्थी भी हैं। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद सभी शिक्षक अभ्यार्थियों कोतवाली थाना ले गई है। वहीं दूसरी तरफ अभ्यार्थियों के प्रदर्शन के मद्देनजर रखते हुए शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी किया है कि इस नई नियमावली के खिलाफ जो भी विरोध करेगा उसके ऊपर आचार संहिता के तहत कार्रवाई की जाएगी। इधर शिक्षक अभ्यार्थियों का कहना है कि हमने सरकार को 72 घंटे तक का समय दिया था, लेकिन हमारी बात सरकार के द्वारा नहीं मानी गई। इस लिए आज से हमने गांधी मैदान में इस आंदोलन की शुरूआत कर दी है।