डिजिटल डेस्क- उत्तर प्रदेश में बागेश्वर धाम सरकार की सनातन एकता पदयात्रा में उस समय हड़कंप मच गया जब पुलिस ने एक संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया। यह व्यक्ति पर्सनल सिक्योरिटी की वर्दी पहनकर यात्रा में शामिल हो गया था। पुलिस के मुताबिक, संदिग्ध ने नीली वर्दी, पुलिस के जूते और गले में यूपी पुलिस का फर्जी आईडी कार्ड पहन रखा था। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों को जब उस पर शक हुआ तो उसे तुरंत हिरासत में ले लिया गया। सूत्रों के अनुसार, यह घटना तब हुई जब आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री की अगुवाई में चल रही सनातन एकता पदयात्रा अपने सातवें पड़ाव पर उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर रही थी। जैसे ही यात्रा यूपी के कोटवन बॉर्डर के पास पहुंची, सुरक्षा जांच के दौरान इंस्पेक्टर रामनिवास की टीम ने संदिग्ध व्यक्ति को रोका और पूछताछ के लिए थाने ले गई।
मथुरा जिले का रहने वाला है संदिग्ध
पुलिस जांच में संदिग्ध की पहचान नीरज बघेल के रूप में हुई है, जो मथुरा जिले के कोसी कला का रहने वाला बताया जा रहा है। कोसीकला के कोतवाल अजय कौशल ने बताया कि नीरज की मानसिक स्थिति सामान्य नहीं है। वह इससे पहले भी कई सार्वजनिक आयोजनों में फर्जी सुरक्षा गार्ड बनकर घुसने की कोशिश कर चुका है। कोतवाल के अनुसार, नीरज बघेल को जैसे ही पता चला कि आज बागेश्वर धाम सरकार की पदयात्रा कोसीकला पहुंचने वाली है, उसने फिर से सिक्योरिटी गार्ड की ड्रेस पहनकर यात्रा में शामिल होने की कोशिश की। लेकिन सतर्क पुलिसकर्मियों ने उसे पहचान लिया और तुरंत पकड़ लिया। पुलिस ने बताया कि युवक का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है, लेकिन उसकी मानसिक स्थिति को देखते हुए मेडिकल जांच कराई जा रही है।
दिल्ली ब्लास्ट के बाद कड़ी हुई यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था
दिल्ली ब्लास्ट की घटना के बाद से पूरे उत्तर भारत में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। बागेश्वर धाम सरकार की पदयात्रा में रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं, जिस कारण पुलिस और प्रशासन की निगरानी बढ़ा दी गई है। हालांकि पुलिस ने साफ किया कि संदिग्ध के पास कोई विस्फोटक या खतरनाक सामान नहीं मिला है। उसके खिलाफ फर्जी पहचान पत्र रखने और सुरक्षा नियमों के उल्लंघन का मामला दर्ज किया जा सकता है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने यह कदम अपनी मानसिक स्थिति में उठाया या इसके पीछे कोई और वजह थी।