KNEWS DESK- भारतीय सेना की ताकत लगातार बढ़ती जा रही है। आपको बता दें कि आज भारतीय वायुसेना को पहला C-295 टैक्टिकल मिलिट्री ट्रांसपोर्ट प्लेन मिल जाएगा। इसे लेने के लिए वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल वीआर चौधरी स्पेन के सेवील में हैं। आइए आपको इसकी ताकत के बारें में बताते हैं-
56 विमान खरीदे जाएंगे, ज्यादातर भारत में ही बनाए जाएंगे
भारतीय सेना को मिलने वाला यह एयरलिफ्ट विमान पूरी तरह से सैनिकों के साथ लंबी दूरी तय करने में सक्षम है। भारतीय सेना के लिए 2 साल पहले 21 हजार 935 करोड़ रुपए की एक बड़ी डील टाटा एयरबस प्रोजेक्ट के तहत हुई थी। इसके तहत 56 विमानों को खरीदा जाना है। C-295 विमान बड़े खास तरीके से आर्मी के जवानों के हिसाब से डिजाइन किया गया है। इसकी एक बड़ी खासियत यह है कि अन्य दूसरे कार्गो विमानों की तुलना में इस विमान का टेकऑफ टाइम कम है। इस कारण से यह सैनिकों की आवाजाही के लिए यह सबसे बेहतर है।
आज यानी 13 सितंबर 2023 को भारतीय वायुसेना को पहला C-295 टैक्टिकल मिलिट्री ट्रांसपोर्ट प्लेन मिलने वाला है। वायुसेना के पायलट्स के पहले बैच ने इस विमान को उड़ाने की ट्रेनिंग ले ली है। दूसरे बैच के ट्रेनिंग की तैयारी चल रही है। आइए आपको बताते हैं कि क्यों ये प्लेन है खास-
क्रू- दो लोग उड़ाते हैं
क्षमता- 73 सैनिक या 48 पैराट्रूपर्स या 12 स्ट्रेचर इंटेसिव केयर मेडवैक या 27 स्ट्रेचर मेडवैक के साथ 4 मेडिकल अटेंडेंट ले जा सकता है। अधिकतम 9250 KG वजन उठा सकता है।
रेंज- 1277 से 4587 किलोमीटर तक (वजन के मुताबिक)।
गति- अधिकतम 482 किलोमीटर प्रतिघंटा।
अधिकतम ऊंचाई- 13,533 फीट।
विंगस्पैन- 84.8 फीट।
लंबाई- 80.3 फीट।
ऊंचाई- 28.5 फीट।
फ्यूल- 7650 लीटर।