भोपाल में प्रदेश की पहली हाई-टेक गौशाला का होगा निर्माण, 23 नवंबर को सीएम मोहन यादव करेंगे भूमिपूजन

KNEWS DESK-  मध्य प्रदेश में अब एक अत्याधुनिक और हाई-टेक गौशाला का निर्माण होने जा रहा है, जो प्रदेश की पहली ऐसी गौशाला होगी। यह गौशाला भोपाल के बरखेड़ी डोब क्षेत्र में बनाई जाएगी, जिसमें 10,000 गायों को रखने की क्षमता होगी। इस गौशाला का भूमिपूजन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा 23 नवंबर 2024 को किया जाएगा। भूमिपूजन कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर गुरुवार को विधायक रामेश्वर शर्मा और भोपाल कलेक्टर कोशलेंद्र विक्रम सिंह ने आयोजन स्थल का निरीक्षण किया।

मुख्यमंत्री मोहन यादव करेंगे भूमिपूजन

इस अत्याधुनिक गौशाला के भूमिपूजन समारोह की योजना तैयार की जा रही है, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के करकमलों से इसका शुभारंभ होगा। विधायक रामेश्वर शर्मा ने इस मौके पर कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि मध्य प्रदेश की कमान एक ऐसे मुख्यमंत्री के हाथों में है, जो गायों के संरक्षण और संवर्धन को अपनी प्राथमिकता मानते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि गौमाता की सेवा को लेकर मुख्यमंत्री का संकल्प हमारे लिए प्रेरणास्त्रोत है और हम भी अपने मुखिया के संकल्प को आधार मानकर गौसेवा के कार्य में जुटेंगे।

गौशाला की विशेषताएं

इस गौशाला की निर्माण लागत करीब 15 करोड़ रुपये अनुमानित है और यह 25 एकड़ क्षेत्र में बनेगी। इसके प्रमुख बिंदु निम्नलिखित होंगे:

  1. 10,000 गायों की क्षमता: इस गौशाला में 10,000 गायों को रखने की क्षमता होगी, जिससे अधिक संख्या में गायों की देखभाल की जा सकेगी।
  2. 15 करोड़ की लागत और 25 एकड़ में निर्माण: यह गौशाला 25 एकड़ के बड़े क्षेत्र में बनाई जाएगी, जिसमें अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
  3. सीसीटीवी कैमरे द्वारा निगरानी: गौशाला में गायों की 24×7 निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य पर नजर रखी जा सके।
  4. कन्वेयर बेल्ट सिस्टम: गायों को भूसा, हरा घास और पशु आहार कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से पहुंचाया जाएगा, जिससे उनका आहार समय पर और व्यवस्थित तरीके से दिया जा सकेगा।
  5. गोबर और गौमूत्र से उत्पाद निर्माण: गौशाला में गोबर और गौमूत्र का उपयोग विभिन्न सामग्री बनाने में किया जाएगा, जैसे कि जैविक खाद, बायोफर्टिलाइज़र और अन्य उत्पादों के निर्माण में।
  6. जैविक खाद संयंत्र: गायों से मिलने वाले गोबर से जैविक खाद निर्माण के लिए एक संयंत्र भी स्थापित किया जाएगा, जिससे कृषि क्षेत्र को लाभ मिलेगा।
  7. चिकित्सा सुविधा: गायों के उपचार के लिए पूरी तरह से सुसज्जित चिकित्सा वार्ड का निर्माण किया जाएगा, जिसमें गायों की बीमारी और चोटों का इलाज किया जाएगा।

संस्कारिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण

विधायक रामेश्वर शर्मा ने इस गौशाला के निर्माण को हमारे सनातन परंपराओं के अनुरूप बताया। उन्होंने कहा कि गाय को हमारे समाज में माता का दर्जा प्राप्त है, और गौमाता के संरक्षण से न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से भी समाज को लाभ होगा। इस गौशाला से गायों के संरक्षण के साथ-साथ जैविक उत्पादों के उत्पादन में भी वृद्धि होगी, जो प्रदेश के विकास में अहम योगदान देगा।

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