सोरेन परिवार ने आदिवासियों के वोट लिए, लेकिन किसी आदिवासी बहन को राष्ट्रपति नहीं बनाया- CM मोहन यादव

KNEWS DESK-  झारखंड के दुमका में भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन यात्रा के समापन पर आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब झारखंड का गठन हो रहा था, तब कांग्रेस और सोरेन परिवार ने इसका पुरजोर विरोध किया था, यहां तक कि उन्होंने कहा था, “हमारी लाश पर झारखंड बनेगा।”

आदिवासियों के नाम पर राजनीति

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा और सोरेन परिवार आदिवासियों के नाम पर राजनीति करते आए हैं। उन्होंने कहा कि यह परिवार आदिवासियों से वोट लेने के लिए झूठ बोलता रहा है, जबकि उनके हितों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया, तब कांग्रेस और जेएमएम ने इसका विरोध किया।

भगवान बिरसा मुंडा का स्मरण

मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा की महानता का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस ने उन्हें आजादी के बाद भुला दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने बिरसा मुंडा के योगदान को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाने का कार्य किया है। 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाने का निर्णय इसी दिशा में एक कदम है।

भ्रष्टाचार के आरोप

डॉ. मोहन यादव ने कांग्रेस और जेएमएम के गठबंधन को भ्रष्ट और बेइमान बताया। उन्होंने कहा कि कई नेता जेल में हैं, और जो बाहर हैं, उनमें से अधिकांश जमानत पर हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य में हो रहे विभिन्न घोटालों का भी जिक्र किया, जैसे कि 300 करोड़ का जमीन घोटाला और 1,000 करोड़ का खनन घोटाला।

धार्मिक जनसंख्या में कमी

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि झारखंड के गठन के समय हिंदुओं की आबादी 40 प्रतिशत थी, जो अब घटकर 28 प्रतिशत रह गई है। उन्होंने सोरेन सरकार पर बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि केवल धर्म विशेष के लोगों के हितों की चिंता झारखंड सरकार कर रही है।

ये भी पढ़ें-   Shardiya Navratri: नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री को लगाएं मखाने की खीर और नारियल की बर्फी का भोग, जानें रेसिपी….

About Post Author