KNEWS DESK- पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक और उनके साथ दिल्ली आए लद्दाख के करीब 150 प्रदर्शनकारी आज से जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठने जा रहे हैं। यह प्रदर्शन उनकी कई महत्वपूर्ण मांगों को लेकर है, जिसमें लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) के संविधान की छठी अनुसूची से जोड़ने का मुद्दा शामिल है।
सरकार से जवाब न मिलने की शिकायत
वांगचुक ने बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात के लिए आवेदन किया था, लेकिन सरकार से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला है। शुक्रवार को आयोजित एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा, “हमें आश्वासन दिया गया था कि शुक्रवार शाम पांच बजे तक बैठक के बारे में सूचित कर दिया जाएगा। लेकिन, हमें अभी तक इसकी जानकारी नहीं दी गई।”
अनशन की तैयारी
सोनम वांगचुक ने अधिकारियों से अनुरोध किया है कि उन्हें जंतर-मंतर पर अनशन के लिए उचित स्थान मुहैया कराई जाए। हालांकि, इस बारे में अभी तक कोई पुष्टि नहीं की गई है। ऐसे में, उन्होंने सभी राजनीतिक दलों और संगठनों से अपील की है कि उन्हें विरोध प्रदर्शन के लिए स्थान उपलब्ध कराएं।
लंबे समय से चल रहा प्रदर्शन
वांगचुक और उनके समर्थक लद्दाख की विशिष्टता और स्थानीय मुद्दों के लिए लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका लक्ष्य लद्दाख के लोगों की आवाज को उचित मंच पर पहुंचाना और उनकी मांगों का समाधान कराना है। लद्दाख के विकास और स्थानीय संस्कृति के संरक्षण के लिए यह प्रदर्शन एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।