श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2025: मथुरा में आरंभ हुआ दिव्य जन्मोत्सव, अद्भुत ब्रज संस्कृति की छटा बिखरी

KNEWS DESK- भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2025 के पावन पर्व की भव्य शुरुआत हो चुकी है। चारों ओर भक्ति, उल्लास और ब्रज संस्कृति की अलौकिक छटा दिखाई दे रही है। श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को भव्य और दिव्य रूप देने के लिए शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। देश-विदेश से आए लाखों श्रद्धालु जन्मस्थली मथुरा की रासलीलाओं और महोत्सव में सहभागी बनने पहुंचे हैं।

मथुरा में शोभायात्राएं निकालकर श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं को जीवंत रूप दिया जा रहा है। रासलीला, मयूर नृत्य, दही हांडी, झांकी, और झूलों की सजावट श्रद्धालुओं को मोहित कर रही हैं। हर गली, हर चौक और हर मंदिर से “राधे राधे” और “कृष्ण कन्हैया लाल की जय” के जयकारे गूंज रहे हैं। कलाकारों ने भगवान की लीलाओं को नृत्य और अभिनय के माध्यम से सजीव किया है, जिससे पूरा वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर उठा है।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस बार जन्माष्टमी पर 190 वर्षों के बाद एक अत्यंत दुर्लभ संयोग बन रहा है।
तिथि: शुक्रवार 15 अगस्त रात 11:49 से शनिवार 16 अगस्त रात 9:34 तक
शुभ मुहूर्त: 16 अगस्त को मध्यरात्रि तक 12:43 बजे तक
इस दौरान गौरी योग, बुध आदित्य योग, वेशी योग, अमृत सिद्धि, गजलक्ष्मी और राजराजेश्वर योग का निर्माण हो रहा है, जो इस पर्व को और भी पावन बना देता है।

इस विशेष योग में भगवान श्रीकृष्ण की बालरूप में पूजा, झूला झुलाना, और मंगला आरती अत्यंत फलदायी मानी जाती है। मान्यता है कि इस दिन झूला झुलाने और दर्शन करने से सारे कष्ट समाप्त होते हैं और जीवन में प्रेम, सुख और समृद्धि का आगमन होता है।

धार्मिक मान्यता के अनुसार, बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन में साल में केवल एक बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन मंगला आरती होती है। इस वर्ष यह ऐतिहासिक आरती 16 अगस्त को रात 12 बजे आयोजित की जाएगी। मंगला आरती के दौरान श्रीकृष्ण का महाभिषेक भी किया जाएगा, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे। इस दुर्लभ आरती के दर्शन के लिए लोग महीनों पहले से योजना बनाकर मथुरा पहुंचते हैं।

श्रद्धालुओं की सुविधाओं और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मथुरा नगर निगम ने विशेष इंतजाम किए हैं। किसी भी समस्या या सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 1533 और 14420 जारी किए गए हैं। साथ ही एक कंट्रोल रूम 24×7 संचालित रहेगा, जो तीर्थयात्रियों को हर संभव मदद प्रदान करेगा। शहर में जगह-जगह मेडिकल, पानी, शौचालय और साफ-सफाई की व्यवस्थाएं की गई हैं।