KNEWSDESK- मध्यप्रदेश में मतदान की तारीख नजदीक आ रही है। ऐसे में कांग्रेस नेताओं में टिकट बंटवारे को लेकर नाराजगी की खबरें आईं। इसमें प्रखर रूप से दिग्विजय सिंह और कमलनाथ का नाम सामने आया। ऐसा कहा गया कि टिकट बंटवारे पर दोनों नेताओं में मतभेद हैं। कुछ दिनों पहले मध्यप्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने इन्हीं अटकलों को शांत करने के लिए एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को जय और वीरू की जोड़ी बताया था। इसी बयान पर पलटवार करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कांग्रेस के जय और वीरू आपस में झगड़ रहे हैं और लूट के माल के लिए ये लड़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि जय और वीरू की जोड़ी को दिल्ली बुलाया गया। अब वो कहते हैं कि भाजपा भ्रम फैला रही है तो पार्टी इन्हें दिल्ली क्यों बुला रही है। कांग्रेस के जय और वीरू आपस में झगड़ रहे हैं और लूट के माल के लिए लड़ रहे हैं। जय और वीरू तो लूटते ही थे। पहले भी 2003 तक मिस्टर बंटाढार ( दिग्विजय सिंह) ने पूरे प्रदेश को लूटा और बर्बाद कर दिया। सवा साल में कमलनाथ ने भी इसे लूट का अड्डा बना दिया था। अब आगे कौन लूटे और कितना लूटे और उसमें कितनी हिस्सेदारी हो, झगड़ा इनका केवल इस बात का है। अब दिल्ली में पता नहीं , इनसे किन मुद्दों पर चर्चा होगी।
मैं सेठ हूं क्या ?
सोमवार को मैनें उन्हें सेठ कहा तो आपत्ति व्यक्त कर रहे हैं। मैं सेठ हूं क्या मैं उद्योगपति हूं क्या कमलनाथ को मैं सेठ न कहूं तो क्या उन्हें मजदूर कहूं , फसल काटने वाला कहूं, गिट्टी उठाने वाला कहूं। वो स्वंय कहते हैं। मैं निजी प्लेन में घूमता हूं। अब निजी प्लेन किसान के पास तो होता नहीं है। मजदूर के पास नहीं होता है। गरीब के पास नहीं होता है। उनका एक पैर देश में रहता है। एक पैर विदेश में रहता है। सेठ को सेठ न कहें तो क्या कहें? सेठ को सेठ कहने में आपत्ति क्या है।
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